Edited By Nitika,Updated: 21 Aug, 2019 10:40 AM
उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ में 15 जून से अब तक महिलाओं और बच्चों सहित 59 लोगों की मौत हो गई है और 12 अन्य लापता हैं। इसके साथ ही रविवार को उत्तरकाशी जिले में आई आपदा में 15 लोगों की मौत हो गई थी और 6 अन्य लापता हो गए थे।
देहरादूनः उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ में 15 जून से अब तक महिलाओं और बच्चों सहित 59 लोगों की मौत हो गई है और 12 अन्य लापता हैं। इसके साथ ही रविवार को उत्तरकाशी जिले में आई आपदा में 15 लोगों की मौत हो गई थी और 6 अन्य लापता हो गए थे।
उत्तरकाशी में 15 लोगों की हो चुकी है मौत
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद सचिवालय में संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 15 जून से अब तक पूरे राज्य में घटित आपदाओं में कुल 55 व्यक्ति घायल हुए हैं। इसके अतिरिक्त, 62 बड़े और 263 छोटे पशुओं की मौत हुई है। इसके अतिरिक्त 134 आवासीय भवन आंशिक और 115 पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
115 भवन पूर्ण रूप से हो चुके हैं क्षतिग्रस्त
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तरकाशी की तहसील मोरी में कोटीगाड़ घाटी अन्तर्गत 18 अगस्त की प्रात: अत्यधिक बारिश होने के कारण माकुड़ी, सनेल, टिकोची, नगवारा, आराकोट, मोल्डी, मलाना, दुचाणु, कलीच, जोटरी, डगोली, बरनाली, थापलि, बलावट, चिवा और स्नोल सहित अन्य गांवों का लगभग 70 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। इनमें कुल 51 गांव एवं तोक हैं जो 24 घाटी तथा 27 पहाड़ी में बसे हैं।
बाढ़ के कारण कुल 130 करोड़ की हुई क्षति
वहीं सीएम रावत ने बताया कि कुल अनुमानित क्षति लगभग 130 करोड़ रुपए की हुई है। उन्होंने बताया कि वायुसेना और नागरिक उड्डयन के 4 हेलीकॉप्टर राहत और बचाव कार्य में लगे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त पानी, खाद्य सामग्री और आवश्यक दवाइयां उपलब्ध करवा दी गई हैं। पशु, गौशाला एवं भवनों की क्षति का आंकलन किया जा रहा है। रावत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में एसडीआरएफ के अंतर्गत आपदा राहत एवं पुनर्निर्माण के लिए 320 करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है।