Edited By Ruby,Updated: 02 May, 2018 06:38 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली फरवरी में लखनऊ में आयोजित ‘इन्वेस्टर्स मीट’ को बड़ी कामयाबी करार देते हुए कहा कि प्रदेश में तीन माह के अंदर तीन लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा। मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित ‘उत्तर प्रदेश विकास...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली फरवरी में लखनऊ में आयोजित ‘इन्वेस्टर्स समिट’ को बड़ी कामयाबी करार देते हुए कहा कि प्रदेश में तीन माह के अंदर तीन लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा। मुख्यमंत्री ने आयोजित ‘उत्तर प्रदेश विकास संवाद’ कार्यक्रम में कहा कि गत 21-22 फरवरी को लखनऊ में हुए इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों ने चार लाख 68 हजार करोड़ रुपए के करारनामों (एमओयू) पर दस्तखत किये थे। अब तीन महीनों के भीतर तीन लाख करोड़ रुपये का निवेश होता दिखेगा। इस पर काम शुरू हो गया है।
योगी ने खुलासा किया कि इन्वेस्टर्स समिट से पहले नवम्बर 2017 में अधिकारियों से इस समिट की सम्भावनाओं के बारे में जानकारी मांगी गई थी। अफसरों ने प्रदेश के बाहर के किसी भी निवेशक के ना आने की बात कहते हुए आयोजन को केवल यूपी तक सीमित करने की सलाह दी थी। प्रदेश के सालाना बजट के बराबर निवेश आने की बात कहने पर सभी हंसे भी, लेकिन जब प्रयास हुआ तो सफलता भी मिली। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने केवल उद्यमियों को बुलाकर उद्यम स्थापित कराने की दिशा में काम नहीं किया है, बल्कि जमीनी स्तर पर काम तेजी पर है। इन्हीं प्रयासों के तहत जेवर में सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनेगा।
इस मौके पर योगी ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ पर आधारित एक विशेषांक का विमोचन भी किया। इससे पहले, केन्द्रीय नागरिक विमानन राज्य मंत्री जयन्त सिन्हा ने कहा कि भारतीय रेलवे का सालाना कारोबार 1.8 लाख करोड़ रुपए है। विमानन क्षेत्र का भी यही आंकड़ा है। जिस किराये में रेलवे ले जा रहा है, उसी भाड़े में यात्रियों को हवाई यात्रा भी कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि ऑटो रिक्शा का भाड़ा 10 रुपए प्रति किलोमीटर है, जबकि विमान का किराया तीन से चार रुपये के बीच है। यानी किराये के मामले में विमानन क्षेत्र ऑटो रिक्शा से भी सस्ता हो सकता है।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद चार नए हवाई अड्डों की शुरूआत हो चुकी है। प्रदेश में 20 विमानपत्तन बनाने का लक्ष्य है। बरेली, मुरादाबाद, कानपुर, गोरखपुर, इलाहाबाद आदि में भी हवाई जहाजों के आने से विकास की गति और बढ़ेगी। सिन्हा ने कहा कि जेवर में पांच हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में हवाई अड्डा विकसित किया जाना है। यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को गति देगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दीपावली से पहले इसका भूमि पूजन करेंगे।