Edited By Deepika Rajput,Updated: 24 Jul, 2019 04:56 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ''पर्यटन संवर्धन योजना'' का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत उत्तर प्रदेश के 10 शहरों का चयन हुआ है, जबकि प्रदेश में नगर निगम 17 हैं। शेष छूटे 7 शहरों का ''स्मार्ट सिटी''...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को 'पर्यटन संवर्धन योजना' का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत उत्तर प्रदेश के 10 शहरों का चयन हुआ है, जबकि प्रदेश में नगर निगम 17 हैं। शेष छूटे 7 शहरों का 'स्मार्ट सिटी' के रूप में विकास प्रदेश सरकार करेगी।
योगी ने वित्तीय वर्ष 2019-20 की प्रथम अनुपूरक मांगों पर विधानसभा में बोलते हुए कहा कि वह 'मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना' की घोषणा कर रहे हैं। उन्होंने सदन में मौजूद विधायकों से कहा, ''इसके माध्यम से आपके गांव में, विधानसभा क्षेत्र में किसी एक पर्यटन केंद्र को विकसित किया जाएगा।'' इसके लिए कुछ पैसा सरकार देगी, कुछ आपकी (विधायक की) निधि होगी, कुछ जन सहयोग और सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) से धन जुटाया जाएगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ाने के लिहाज से अयोध्या के 'दीपोत्सव' के विस्तार, बरसाना की होली, काशी की देव दीपावली के साथ-साथ इको टूरिज्म का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन विकास की काफी संभावनाएं हैं।
उन्होंने बताया कि देश में 100 शहर 'स्मार्ट सिटी' के रूप में विकसित किए जा रहे हैं। उनमें 10 शहर उत्तर प्रदेश के भी हैं, जहां विकास के लिए कार्य योजना बनी है। प्रदेश में नगर निगमों की संख्या 17 है। चयन 10 शहरों का होना था इसलिए 10 का ही हुआ। उन्होंने कहा कि अनुपूरक मांगों में प्रावधान किया गया है कि 7 छूटे शहरों का 'स्मार्ट सिटी' के रूप में विकास प्रदेश सरकार करेगी। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से ही राशि दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश के चुने गए शहर लखनऊ, प्रयागराज, अलीगढ़, कानपुर, झांसी, वाराणसी, आगरा, बरेली, मुरादाबाद और सहारनपुर हैं।