Edited By Ajay kumar,Updated: 09 Mar, 2020 02:44 PM
जिस खाकी वर्दी के कांधे पर आम जनता की हिफाज़त कि जिम्मेदारी है अगर वो खाकी खुद ही रक्षक से भक्षक बन जाए और आम आदमी पर ही खाकी अपना रौब ग़ालिब करने लगे तो फिर आम आदमी...
बाराबंकी: जिस खाकी वर्दी के कांधे पर आम जनता की हिफाज़त कि जिम्मेदारी है अगर वो खाकी खुद ही रक्षक से भक्षक बन जाए और आम आदमी पर ही खाकी अपना रौब ग़ालिब करने लगे तो फिर आम आदमी क्या करेगा? जी हां ये सवाल हम इस लिए उठा रहे हैं क्योंकि यूपी के बाराबंकी जनपद की पुलिस ने एक बार फिर अपने कारनामो से खाकी की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
बता दें कि बाराबंकी में एक बार फिर वर्दी पहनने वालों ने ही वर्दी को बदनाम किया है। इस बार मामला बाराबंकी के मसौली थाने का है। जहां अमरदीप वर्मा नामक युवक पुलिस की दबंगई का शिकार बना है। जिसका वीडियो अमरदीप के साथ मौजूद उसके दोस्त ने अपने मोबाइल फोन के कैमरे से रिकॉर्ड किया है। आप वीडियो में साफ देख सकते हैं कि वर्दी वाले साहब किस तरह गालियों की बौछार कर रहे है और कैसे अमरदीप नाम के युवक को लतिया और धकिया रहे हैं।
दरअसल, अमरदीप की माने तो वो मसौली पुलिस द्वारा अपने दोस्त जाबिर को थाने ले जाने की सूचना पर जानकारी करने मसौली थाने पहुंचा था। अमरदीप ने जब वहां तैनात आरपी सिंह नाम के पुलिसकर्मी से अपने दोस्त के बारे में पूछा तो पुलिसकर्मी ने उसे एसओ आवास के पास खड़ी पुलिस जीप के पास भेज दिया। इसके बाद जब अमरदीप पुलिस जीप के पास पहुंचा तो वहां मौजूद पुलिस वालों ने उसके साथ बदसलूकी करते हुए उसे गलियां देनी शुरू कर दी और जब तक अमरदीप कुछ समझ पाता बदसलूकी कर रहे पुलिस वालों ने उसे लात-घूंसों से जमकर पीट डाला। अमरदीप की माने तो जिस वक्त ये सब हो रहा था मसौली थाने के एसओ भी वहां खड़े होकर तमाशा देख रहे थे। लेकिन उन्होंने भी बदसलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों को रोकने की कोई कोशिश तक नहीं की।
वीडियो देख कर तो यही लग रहा है कि अमरदीप का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने वर्दी वाले की बात सुनी और फिर उसी वर्दी ने सरेआम उसकी इज्जत उछाल दी। अब देखने वाली बात ये होगी कि वीडियो के वायरल होने के बाद ऊंचे पदों पर बैठे अधिकारीगण इस बेलगाम वर्दी वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं?