Edited By Ajay kumar,Updated: 25 Jun, 2018 04:13 PM
उत्तर प्रदेश उपचुनावाें में बीजेपी काे मिली करारी हार के बाद याेगी आदित्यनाथ ने दलित कार्ड खेला है। मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अल्पसंख्यकाें के शिक्षण संस्थानाें में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) आैर जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी...
यूपी डेस्कः उत्तर प्रदेश उपचुनावाें में बीजेपी काे मिली करारी हार के बाद याेगी आदित्यनाथ ने दलित कार्ड खेला है। मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अल्पसंख्यकाें के शिक्षण संस्थानाें में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) आैर जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी (जेएमयू) में दलिताें काे आरक्षण मिलना चाहिए।
मीडिया काे संबाेधित करते हुए याेगी ने कहा कि उन सभी नेताआें से आग्रह है कि उनकाे इस मामले काे उठाना चाहिए जाे दलिताें के लिए चिंतित हाे। उन्हाेंने कहा कि अगर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) जैसे संस्थानाें में आरक्षण की व्यवस्था हाे सकती है ताे फिर अल्पसंख्यक संचालित संस्थानाें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) आैर जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी (जेएमयू) में एेसा क्याें नहीं हाे सकता।
याेगी ने कहा कि एक प्रश्न ये भी पूछा जाना चाहिए कि जाे कह रहे हैं कि दलिताें का अपमान हाे रहा है कि आखिर दलित भाईयाें में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) आैर जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी (जेएमयू) में आरक्षण देने का लाभ मिलना चाहिए कि नहीं। इस मामले काे जाेर-शाेर से उठाया जाना चाहिए। अगर बीएचयू दलित आैर पिछड़े वर्गाें काे आरक्षण दे सकता है ताे वहां भी दलिताें काे भी आरक्षण मिलना चाहिए।
गाैरतलब है कि गाेरखपुर, फूलपुर, कैराना उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद बीजेपी आरक्षण के जरिए दलिताें काे अपने पक्ष में माेड़ने की लगातार काेशिश कर रही है। क्याेंकि उत्तर प्रदेश की सभी सीटाें पर दलित वाेट अपनी बड़ी भूमिका अदा करते हैं। पिछले लाेकसभा चुनाव में बीजेपी काे मिले प्रचंड बहुमत में इस समुदाय की मुख्य भूमिका थी। लेकिन पिछले 4 साल में जिस तरह से देशभर में दलिताें काे प्रताड़ित करने की खबरें आई हैं उससे इस वर्ग में सरकार के खिलाफ नाराजगी देखने काे मिली है। भारत बंद के दाैरान भी इस समुदाय के लाेगाें ने सरकार के खिलाफ प्रर्दशन किया था जिससे बीजेपी काफी चिंतित नजर आ रही है। अब बीजेपी दलित कार्ड खेलकर फिर से इन्हें अपने पाले में खींचने की काेशिश में लगी है। फिलहाल वह अपने इस मकसद में कितना कामयाब हाे पाती है वक्त ही बताएगा।