Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 29 Oct, 2020 08:53 AM
उत्तर प्रदेश सरकार ने हैण्डलूम एवं पावरलूम बुनकर बाहुल्य क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए स्थापित किये जायेंगे और उन्हें स्वतंत्र फीडर से निर्बाध बिजली दी जायेगी। राज्य...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने हैण्डलूम एवं पावरलूम बुनकर बाहुल्य क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए स्थापित किये जायेंगे और उन्हें स्वतंत्र फीडर से निर्बाध बिजली दी जायेगी। राज्य के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निर्यात प्रोत्साहन, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम व वस्त्र उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने निर्देशित किया है कि हैण्डलूम एवं पावरलूम बुनकर बाहुल्य क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए स्वतंत्र फीडर स्थापित करने की कारर्वाई शीघ्र पूरी की जाये।
बुनकरों को सम्मानित करने के लिए बुनकर पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाया जाये। उन्होंने कहा कि डी बी टी के माध्यम से हैण्डलूम वीवर्स अनुदान सीधे बुनकरों के खाते में भेजी जाये। हथकरघा उद्योग के सभी उत्पादों की मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग के लिए इसे ओडीओपी योजना से भी जोड़ा जाये तथा इस योजना को मिलने वाली सुविधाएं हैण्डलूम एवं पावरलूम उत्पाद को भी मिले इसके प्रयास किये जाये।
सिंह योजना भवन में हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग तथा रेशम उद्योग की प्रगति कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि हथकरघा उद्योग में गुणवत्ता आये, इसके लिए प्रत्येक क्लस्टर को अच्छी बिजली मिले, इस संबंध में प्रस्ताव बनायें और एक साल के भीतर प्रदेश के सभी बुनकरों को निर्बाध बिजली दी जाये।उन्होंने कहा कि प्रदेश के अनुसूचित जाति एवं जनजाति के बुनकरों की आय में वृद्धि हेतु इनके चिन्हांकन के लिए सर्वे कराया जाये और 15 दिन के भीतर इसकी रिपोटर् शासन को भेजी जाये। उन्होंने निर्देशित किया कि बुनकरों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण उपलब्ध कराने में तेजी लाने के लिए बैंकों से समन्वय स्थापित किया जाये।