Edited By Deepika Rajput,Updated: 13 Sep, 2018 12:09 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कई वर्ष पहले हुए छात्रवृत्ति घोटाले के 109 मामलों में एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कई वर्ष पहले हुए छात्रवृत्ति घोटाले के 109 मामलों में एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है।
जानिए, क्या है पूरा मामला
इटावा-मेरठ के स्कूलों में अल्पसंख्यक छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति की 15 करोड़ से अधिक रकम हड़प ली गई थी। इसी तरह अन्य जिलों में भी छात्रवृत्ति घोटाले के मामले सामने आए थे। इटावा के 116 और मेरठ में 150 से अधिक सहायता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया था। जांच में कई स्कूलों में छात्रों की संख्या केवल 200 थी, लेकिन छात्रवृत्ति 2000 के निकट दी गई थी। लंबित जांच को अंजाम तक पहुंचाने के लिए आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ने अपने हाथ में लिया।
शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया गया है। ईओडब्ल्यू ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मंजूरी मांगी थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया है।