Edited By Ruby,Updated: 03 Jul, 2019 06:24 PM
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर केंद्र सरकार मदद करे तो अगले दो साल में हम हर गांव और हर घर तक पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंचा देंगे और राज्य सरकार इस पर चरणबद्ध तरीके से कार्य शुरू भी कर चुकी है। मुख्यमंत्री ने लोकभवन...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर केंद्र सरकार मदद करे तो अगले दो साल में हम हर गांव और हर घर तक पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंचा देंगे और राज्य सरकार इस पर चरणबद्ध तरीके से कार्य शुरू भी कर चुकी है। मुख्यमंत्री ने लोकभवन में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ उत्तर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिए बात की।
योगी ने कहा कि इस योजना के लिए पेयजल की समस्या से जूझ रहे प्रदेश के इलाकों को चार भागों में बांटा गया है। पहले चरण में बुंदेलखंड के जिले, दूसरे चरण में विंध्याचल के जिले, तीसरे चरण में पूर्वांचल के जिले और चौथे चरण के तहत गंगा और यमुना बेसिन के आर्सेनिक और फ्लोराइड प्रभावित जिलों को चुना गया है। उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे चरण के लिए क्रमश: 9 हजार करोड़ और 6700 करोड़ रुपये का डीपीआर भी तैयार कर लिया गया है।
केन्द्र सरकार से धनराशि मिलते ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा। प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पेयजल की व्यवस्था और हैंडपंप की मरम्मत के लिए ग्राम पंचायतों को राज्य सरकार से मिलने वाली धनराशि की जवाबदेही तय की जाए। ‘नमामि गंगे' परियोजना के कार्य की सुस्त गति पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे जो भी 25 जिले हैं, वहां के जिलाधिकारी कार्य योजना बनाकर ईमानदारी से इस पर अमल करें।