Edited By Deepika Rajput,Updated: 04 Dec, 2018 04:20 PM
योगी सरकार ने सूबे में सांडों की आबादी कम करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, सरकार ने सेक्स सॉर्टेड सीमन (गोवंशीय पशुओं में वर्गीकृत वीर्य का उपयोग) योजना को मंजूरी दी है। इस योजना के अंतर्गत गाय की बछिया को जन्म देने की 90 से 95 फीसदी तक की...
लखनऊः योगी सरकार ने सूबे में सांडों की आबादी कम करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, सरकार ने सेक्स सॉर्टेड सीमन (गोवंशीय पशुओं में वर्गीकृत वीर्य का उपयोग) योजना को मंजूरी दी है। इस योजना के अंतर्गत गाय की बछिया को जन्म देने की 90 से 95 फीसदी तक की संभावना है।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस योजना का परीक्षण इटावा, लखीमपुर खीरी और बाराबंकी में किया गया, जो कामयाब रहा। कबीना मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट में गायों ने कुल 581 बच्चों को जन्म दिया, जिनमें 522 बछिया हैं। यानी उनकी पैदाइश का आंकड़ा सफल रूप से 90 फीसदी के आसपास है। सफल परीक्षण के बाद इसे प्रदेश के सभी 75 जिलों में लागू किया जाएगा।
सरकारी अधिकारी के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य गायों की संख्या में बढ़ोतरी लाना और सांडों की संख्या कम करना है। योजना के जरिए दो से चार सालों में इन दोनों लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है।