Edited By Umakant yadav,Updated: 08 Mar, 2021 03:02 PM
महानगरों के अलावा छोटे कस्बों और शहरों से निकल कर महिलायें अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हैं। यह जज्बा उस समय दिखा जब कानपुर महानगर के विकास नगर स्थित मॉडल ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल एंड रिसर्च सेंटर में 19 युवतियाँ और महिलाये ट्रेनिंग के लिए पहुँच...
कानपुर: महानगरों के अलावा छोटे कस्बों और शहरों से निकल कर महिलायें अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हैं। यह जज्बा उस समय दिखा जब कानपुर महानगर के विकास नगर स्थित मॉडल ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल एंड रिसर्च सेंटर में 19 युवतियाँ और महिलाये ट्रेनिंग के लिए पहुँच गयीं। यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत महिलाओं को बस चालक बनाने के लिए शुरू किया गया है। उत्तर प्रदेश में यह प्रयास पहली बार शुरू हो रहा है।
उत्तर प्रदेश में पहली बार शुरू हो रहे महिलाओं को पिंक बस चलने का प्रशिक्षण अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस यानि आज से विधिवत शुरू कर दिया गया है। जिसमे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। आगरा, इटावा और अलीगढ जैसे दूर दराज के इलाकों से आयी इन महिलाओं को अगले सात महीने तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। आत्मनिर्भर बनने की ख़ुशी और आत्मविश्वास इन महिलाओं के चेहरे पर साफ़ देखा जा सकता है।
इन महिलाओं का मानना है कि महिलायें अगर संकल्प ले लें तो उनके लिए कुछ भी करना संभव है। प्रदेश सरकार के इस निर्णय का वे खुले दिल से स्वागत करती हैं और आशा करती हैं कि इसी तरह जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलायें आगे आ कर समाज को और देश को अपना योगदान दे सकती हैं। महिलायें अब केवल घर की चार दीवारों में कैद होकर नहीं रहने वाली।