Edited By Ajay kumar,Updated: 17 Dec, 2019 11:14 AM
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बेहतर परिणाम के लिए बीजेपी के ''एक व्यक्ति, एक पद'' के फ़ॉर्मूले पर काम करने का फैसला लिया है। इस फैसले पर पार्टी के पदाधिकारियों...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बेहतर परिणाम के लिए बीजेपी के 'एक व्यक्ति, एक पद' के फ़ॉर्मूले पर काम करने का फैसला लिया है। इस फैसले पर पार्टी के पदाधिकारियों की सहमति बन चुकी है और जल्द ही इसका ऐलान किया जा सकता है। माना जा रहा हे कि इससे संगठन को मजबूती मिलेगी।सपा पार्टी के वरिष्ठ नेता जफर अमीन डक्कू ने इस बाबत जानकारी दी।
बता दें कि सपा अध्यक्ष द्वारा लिए गए इस फैसले से हाल में नियुक्त किए गए सपा जिलाध्यक्षों को अब चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं मिलेगी। वह पूरा समय संगठन को मजबूत बनाने का काम करेंगे। इस फॉर्म्युले में विशेष कर जिलाध्यक्ष और नगर अध्यक्ष शामिल होंगे। पार्टी जिन जिलाध्यक्षों को नियुक्त कर रही है, उनसे इस पर सहमति भी ले रही है। जिससे बाद में किसी भी प्रकार का पार्टी में भेदभाव ना हो।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता जफर अमीन डक्कू ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही सपा पदाधिकारी टिकट के जुगाड़ में संगठन को भूल जाते हैं। ऐसे में वहां पर संगठन को नुकसान उठाना पड़ता है। कई बार संगठन के किसी वरिष्ठ पदाधिकारी को टिकट मिलने की वजह से कार्यकर्ता पदाधिकारी की सीट तक ही सीमित रह जाते हैं। इस कारण जिले की दूसरी सीटों पर प्रभाव पड़ता है।
सूत्रों के मुताबिक खासकर जिलाध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों से लिखकर मांगा जा रहा है कि वे सिर्फ संगठन के लिए ही काम करेंगे। जो लोग संगठन के अंदर होते है वो टिकट की मांग करने लगते है। ऐसे में चुनाव के दौराना व्यवस्था बिगड़ जाती है। जो लोग क्षेत्र में कड़ी मेहनत किए होते है उन्हें परेशानी होती है।