Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 25 Feb, 2019 05:59 PM
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुये कहा कि संगम में डुबकी लगाने से जनता के साथ की गयी वादाखिलाफी और विश्वासघात जैसे पाप धुलने वाले नहीं है...
लखनऊः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुये कहा कि संगम में डुबकी लगाने से जनता के साथ की गयी वादाखिलाफी और विश्वासघात जैसे पाप धुलने वाले नहीं है।
मायावती ने जारी बयान में कहा कि लोकसभा चुनाव के समय मोदी द्वारा संगम में डुबकी लगाने से इनकी सरकार की पिछले पाँच वर्षो में की गई चुनावी वादा खलाफी, जनता से किया गया विश्वासघात और अन्य प्रकार की सरकारी काुल्म ज्यादती जैसे पाप धुलने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि अपरिपक्व तरीके से देश पर थोपी गई नोटबन्दी और जीएसटी के अलावा सांप्रदायिकता, गरीबी एवं बेरोजगारी की मार झेल रही जनता भाजपा सरकार के इन कारनामों को आसानी से माफ करने वाली नहीं है।
चुनाव से ठीक पहले किसानों को छह हजार रुपये सालाना देने वाली किसान सम्मान निधि योजना से अन्नदाता प्रभावित नहीं होगे। खेत-खलिहान और किसान के बारे में मोदी सरकार की समझ ना केवल आधी-अधूरी है बल्कि नादान भी है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को ’किसान’ और ’खेतिहर मजदूरों’ में अन्तर को समझना चाहिये। इनकी 500 रुपये प्रति माह आर्थिक सहायता देने की घोषणा वास्तव में दैनिक मजदूरी करने वाले भूमिहीन खेतिहर मकादूरों के लिये होनी चाहिये थी, ना कि किसानों के लिये। किसान जैसे मेहनतकश समाज को तुच्छ सरकारी भेंट की जरूरत नहीं है बल्कि उसकी उपज का वाजिब और लाभकारी मूल्य चाहिये।