Edited By Ajay kumar,Updated: 01 Nov, 2019 09:47 AM
लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल को देश की एकता और अखंडता का सूत्रधार बताते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कहा कि जो ताकतें देश को मत, मजहब और भाषा के आधार पर तोड़ने की कुत्सित चेष्टा करेंगी, उनके मंसूबों को कभी पूरा नहीं...
लखनऊ: लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल को देश की एकता और अखंडता का सूत्रधार बताते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कहा कि जो ताकतें देश को मत, मजहब और भाषा के आधार पर तोड़ने की कुत्सित चेष्टा करेंगी, उनके मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने दिया जायेगा। पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल की 145वीं जयन्ती के अवसर के मौके पर योगी ने जीपीओ स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि सनातन काल से दुनिया के मार्गदर्शक की भूमिका निभा रहे भारत की अखंडता को जब आंच आयी तो शिल्पकार के रूप में सरदार पटेल ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था। वह देश की एकता और अखण्डता के सूत्रधार रहे हैं।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में सरदार सरोवर बांध पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित कराने का कार्य किया है, जिससे देश और दुनिया के लोग सरदार पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व से अवगत हो सकें। इस प्रतिमा का निर्माण देश के किसानों, नौजवानों, मजदूरों और आम नागरिक द्वारा लौह दान के एकत्रीकरण के फलस्वरूप हुआ। इसके माध्यम से राष्ट्र की एकता और अखण्डता का एक नया शंखनाद पूरे देश में हुआ है। देश के अन्दर एकता की इसी मिसाल को आगे बढ़ाते हुए सरदार पटेल जयन्ती को ‘रन फॉर यूनिटी' दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
योगी ने कहा कि लौह पुरुष सरदार पटेल ने आजादी के समय अंग्रेजों की कुत्सित चालों को बेनकाब करते हुए आजादी मिलने के बाद उन सभी 563 देशी रियासतों को संवाद के माध्यम से भारत गणराज्य का हिस्सा बनाने का अभूतपूर्व कार्य किया। उन्होंने कहा ‘‘ अनगिनत बलिदानों के फलस्वरूप जो आजादी प्राप्त हुई है, उस आजादी को अक्षुण्ण बनाये रखने का संकल्प हम सभी को लेना चाहिए। हमें स्मरण रखना होगा कि जो ताकतें देश को मत, मजहब और भाषा के आधार पर तोड़ने की कुत्सित चेष्टा करेंगी, उनके मंसूबों को हम कभी पूरा नहीं होने देंगे। ''