Edited By Umakant yadav,Updated: 02 Feb, 2021 12:16 PM
बांदा शहर के अशोक लॉट तिराहे में अनशन कर रही जमुनी पुरवा गांव की महिला जरीना (27) ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘सोमवार दोपहर कई अधिकारियों के साथ अनशन स्थल पर आये पुलिसकर्मियों ने उसके और उसके पति के साथ मारपीट व अभद्रता की और उन्हें जबरन हटाने की...
बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिला मुख्यालय के अशोक लॉट तिराहे पर पिछले तीन माह से क्रमिक अनशन कर रहे दंपति ने सोमवार को पुलिसकर्मियों पर कथित रूप से मारपीट कर हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
बांदा शहर के अशोक लॉट तिराहे में अनशन कर रही जमुनी पुरवा गांव की महिला जरीना (27) ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘सोमवार दोपहर कई अधिकारियों के साथ अनशन स्थल पर आये पुलिसकर्मियों ने उसके और उसके पति के साथ मारपीट व अभद्रता की और उन्हें जबरन हटाने की कोशिश की।" महिला पुलिसकर्मियों द्वारा अनशन स्थल से महिला को कथित रूप से घसीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
महिला के दिव्यांग पति अजीज अहमद (30) ने बताया कि गांव के कुछ लोगों ने उनके बाबा की मृत्यु तिथि में फेरबदल कर मकान और तीन बीघे कृषि भूमि की फर्जी वरासत करवाकर कब्जा कर लिया है, मकान और कृषि भूमि वापस दिलाने की मांग को लेकर पति-पत्नी 21 अक्टूबर 2020 से 27 जनवरी 2021 तक क्रमिक अनशन पर बैठे रहे। अजीज अहमद ने बताया कि कोई सुनवाई नहीं होने पर 28 जनवरी से उन्होंने आमरण अनशन शुरू कर दिया।
अजीज अहमद के मुताबिक, "प्रशासन उनकी वाजिब समस्या के निस्तारण करने के बजाय आज मारपीट, गाली-गलौज कर जबरन हटाने की कोशिश की है।" इस संबंध में शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) जयश्याम शुक्ला ने बताया, "दंपति पिछले 28 जनवरी से आमरण अनशन पर है। चिकित्सकों की राय पर उन्हें जिला अस्पताल स्वास्थ्य परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन दोनों महिला पुलिस कर्मियों से उलझ गए।" शुक्ला ने अनशनकारी दंपति से मारपीट या अभद्रता के आरोपों से इनकार किया है।