Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 20 Dec, 2019 01:41 PM
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरुवार को लखनऊ में हालात तनावपूर्ण रहे। देखते ही देखते प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने घटनास्थल का खुद जायजा लिया। इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीजीपी...
लखनऊः नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरुवार को लखनऊ में हालात तनावपूर्ण रहे। देखते ही देखते प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने घटनास्थल का खुद जायजा लिया। इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीजीपी ने कहा कि हिंसा के पीछे साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। इसमें कई बाहरी लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है।
उन्होंने कहा कि हिंसा और आगजनी में बाराबंकी, बहराइच के अलावा पश्चिम बंगाल से भी लोग आए थे। डीजीपी ने कहा कि अब तक लखनऊ में करीब 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि संभल में 30 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। साथ ही कार्रवाई लगातार जारी है।
डीजीपी ने कहा कि शुक्रवार को जुमे की नमाज सकुशल निपटाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि संभल में समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल से जानकारियां जुटाई जा रही हैं। साथ ही पश्चिम बंगाल कनेक्शन की भी जांच हो रही है। सिंह ने कहा कि लखनऊ हिंसा में बाहरी तत्व भी शामिल थे। इसमें बाराबंकी, बहराइच, पश्चिम बंगाल से भी आए लोग थे। जाहिर है हिंसा में साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता।