Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Mar, 2018 08:23 AM
इलाहाबाद के फूलपुर लोकसभा के उप चुनाव में मतदान आज निर्धारित सात बजे शुरू हो गया। प्रशासनिक लापरवाही के कारण यहां पर कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान देर से शुरू हुआ। फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के नीबीकला में ईवीएम खराब हो गई है। यहां...
इलाहाबाद/यूपी: इलाहाबाद के फूलपुर लोकसभा के उप चुनाव में मतदान आज यानि रविवार निर्धारित सात 7 बजे शुरू हो गया। प्रशासनिक लापरवाही के कारण यहां पर कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान देर से शुरू हुआ। फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के नीबीकला में ईवीएम खराब हो गई है। यहां पर वीवीपैट मशीन में खराबी आ गई थी। थरवई के जगदीशपुर पूरे चन्दा में मशीन खराब होने के कारण करीब 40 मिनट बाद मतदान शुरू हो सका।
22 प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला
फूलपुर लोकसभा के उप चुनाव में आज में 22 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा। फूलपुर संसदीय क्षेत्र के 19.63 लाख से अधिक मतदाता आज मतदान से 22 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। कुल 2155 बूथों पर शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे। यहां पर 10 सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, 20 जोनल मजिस्टेट तथा 152 सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी सुहास एलवाई के मुताबिक किसी समस्या की जानकारी कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर पर 18001805332 पर दी जा सकेगी।
डिप्टी सीएम ने किया मतदान
फूलपुर लोकसभा क्षेत्र का उप चुनाव उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के कारण हो रहा है। केशव प्रसाद मौर्या ने फूलपुर में पहली बार चुनाव लड़कर ही जीत हासिल कर ली थी। पिछला चुनाव दोनों ही तीन लाख से अधिक वोटों से जीते थे। भाजपा उपचुनाव को लेकर कितनी गंभीर है, इसे सिर्फ इससे ही समझा जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां पर पांच चुनाव सभाएं कीं। रविवार की सुबह आठ बजे केशव प्रसाद मौर्य ने ज्वाला देवी इंटर कालेज स्थित पोलिंग बूथ पर वोट डाला।
मंत्रियों की फौज ने किया प्रचार
फुलपूर उपचुनाव बीजेपी के लिए नाक का सवाल बन गया है। यही कारण रहा यहां की सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों में भी योगी आदित्यनाथ ने सभा की थी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तो पूरे उप चुनाव के दौरान फूलपुर में डेरा जमाए रखा और हर दिन एक दर्जन से अधिक सभाएं की। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल समेत कई मंत्रियों की फौज यहां जुटी रही। इनकी मेहनत मतदाताओं पर कितना असर डालेगी, यह देखने की बात होगी।