Edited By Ruby,Updated: 02 Feb, 2019 02:26 PM
सहारनपुरः उत्तर प्रदेश में देवबंद कोतवाली की रणखंडी पुलिस चौकी के उपनिरीक्षक कुलदीप सिंह की आत्महत्या मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (देहात) विद्यासागर मिश्र करेंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने शनिवार को बताया कि गत 31 जनवरी को उपनिरीक्षक...
सहारनपुरः उत्तर प्रदेश में देवबंद कोतवाली की रणखंडी पुलिस चौकी के उपनिरीक्षक कुलदीप सिंह की आत्महत्या मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (देहात) विद्यासागर मिश्र करेंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने शनिवार को बताया कि गत 31 जनवरी को उपनिरीक्षक कुलदीप सिंह ने खुदकुशी कर ली थी। इस मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (देहात) विद्यासागर को सौंपी गई है। देवबंद कोतवाली के निरीक्षक अभिषेक सिरोही को वहां से हटाकर सहारनपुर कुतुबशेख के थाना प्रभारी बनाया गया है।
श्रेत्राधिकारी देवबंद सिद्धार्थ ने बताया कि 31 जनवरी की सुबह दरोगा कुलदीप सिंह के खुदकुशी किए जाने के संबंध में सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हुए थे जिनकी वह जांच कर रहे हैं। इन वीडियो में कुलदीप सिंह के कमरे से मिले सुसाइड नोट से पता चला है कि कुलदीप सिंह ने काम के बोझ और उत्पीड़न को खुदकुशी किए जाने की वजह बताया है। मृतक कुलदीप सिंह मेरठ के कंकडख़ेड़ा क्षेत्र का निवासी था। वह पुलिस ट्रेनिंग के बाद ढाई माह पूर्व देवबंद कोतवाली में तैनात किया हुआ था। पूरे प्रकरण की जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी।
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने स्पष्ट कहा कि जो भी जांच में निष्कर्ष सामने आएगा, उसके मुताबिक वह कार्रवाई करेंगे। इस खुदकुशी प्रकरण से पूरे पुलिस महकमे में अभी भी हड़कंप मचा है। ऑन दी रिकार्ड कोई कुछ भी कहने से बच रहा है। सेवानिवृत्त पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ. अशोक राघव का कहना है कि यह पुलिस विभाग के लिए अच्छा नहीं है। पुलिस में काम का इतना बोझ नहीं है, जितना प्रचारित किया जाता है। यह सही है कि मैन्यूअल काम ज्यादा है। साथ ही पुलिस के कर्मचारियों की महत्वकाक्षांए भी बेतहाशा बढ़ी हैं। यह भी आत्महत्या की प्रमुख वजह है।