Edited By Anil Kapoor,Updated: 31 Dec, 2018 10:31 AM
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आक्रोशित भीड़ की पत्थरबाजी में शहीद हुए हेड कांसटेबल सुरेश बहादुर सिंह उर्फ सुरेश बत्स की पुत्री का कहना है कि उसको सरकारी मदद की नहीं बल्कि पिता के हत्यारों को फांसी दिए जाने का इंतजार है।
प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आक्रोशित भीड़ की पत्थरबाजी में शहीद हुए हेड कांसटेबल सुरेश बहादुर सिंह उर्फ सुरेश बत्स की पुत्री का कहना है कि उसको सरकारी मदद की नहीं बल्कि पिता के हत्यारों को फांसी दिए जाने का इंतजार है। शहीद का शव रविवार को गमगीन माहौल में प्रतापगढ़ के रानीगंज क्षेत्र में स्थित पैतृक गांव लच्छीपुर लाया गया। शव के साथ उनकी पत्नी डिंपल भी गाजीपुर से वापस आई। पत्नी डिंपल ने इस मामले में पुलिस विभाग के आला अधिकारियों की भूमिका को संदिग्ध बताया।
सिपाही की बेटी कोमल ने रूंधे गले से कहा कि मुझे या मेरे परिवार को मुआवजा नहीं चाहिए। मेरी और मेरे परिवार की बस यही इच्छा है कि जिन निर्दयी लोगों ने पापा की हत्या की, सरकार उनकी पहचान कर जल्द से जल्द उन्हे फांसी पर लटका दे। इस बीच पारिवारिक सूत्रों के अनुसार सुरेश बत्स का अंतिम संस्कार सोमवार को प्रयागराज के रसूलाबाद घाट पर किया जाएगा।