Edited By Umakant yadav,Updated: 03 Jan, 2021 02:58 PM
विश्व हिंदू परिषद ने कानपुर से एक अनोखी पहल शुरू करते हुए बलिदानियों के बाद धन दानियों की बारी की शुरूवात की है। जिसमें श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए धन अर्जित किया जाएगा। यह अभियान मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी से माघी पूर्णिमा यानी...
कानपुर: विश्व हिंदू परिषद ने कानपुर से एक अनोखी पहल शुरू करते हुए बलिदानियों के बाद धन दानियों की बारी की शुरूवात की है। जिसमें श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए धन अर्जित किया जाएगा। यह अभियान मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी से माघी पूर्णिमा यानी 27 फरवरी तक पूरे देश में चलाया जाएगा। अभियान के दौरान हिन्दू परिषद की तरफ से चार लाख गावों के ग्यारह करोड़ परिवारों को रामत्व से जोड़ा जाएगा।
कानपुर पहुंचे राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने प्रेस वार्ता करते हुए मीडिया से कहा कि बलिदानियों के बाद अब दानियों की बारी है। 15 जनवरी मकर संक्रांति से 27 फरवरी तक श्रीराम जन्मभूमि निर्माण निधि समर्पण अभियान चलाया जाएगा। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए देशभर के प्रत्येक श्रीराम भक्तों से सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता शेष समाज के लोगों के साथ घर-घर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि देश के चार लाख गांवों के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क कर श्रीराम जन्मभूमि से सीधे जोड़कर रामत्व का प्रसार करेंगे। देश की हर जाति, मंच, पथ, संप्रदाय क्षेत्र क्षेत्र के लोगों के सहयोग से श्रीराम वास्तव में एक राष्ट्रीय मंदिर का रूप ले लेंगे। संपूर्ण मंदिर पत्थरों का है। प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट, लंबाई 360 फीट, चौड़ाई 235 फीट है। मंदिर भूतल से 16. 5 मीटर ऊंचाई पर रहेगा। चंपत राय ने कहा कि देश की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाई से अवगत कराने की योजना बनी है। देश कि कम से कम आधी जनसंख्या को घर घर जाकर श्रीराम जन्म भूमि की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाएगा।
चम्पत राय से जब सवाल किया गया कि क्या विपशी पार्टियों से भी राम मंदिर का चंदा लिया जाएगा। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि हम किसी को नही छोड़ेंगे सब से चंदा मांगेंगे। जब उनसे ओबैसी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनको देखकर मैं हाथ जोड़ देता हूँ।