Edited By Ruby,Updated: 17 May, 2018 05:59 PM
अभी हाल ही में हुए वाराणसी के हादसे से कोई उभर नहीं पाया है, लेकिन इस तरह के और हादसे ना हो इसके लिए भी प्रशासन सजग नहीं है। दरअसल हम बात कर रहे हैं अंबेडकरनगर में बन रहे फ्लाईओवर की। यहां सुरक्षा को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है। अम्बेडकरनगर में...
अंबेडकरनगरः अभी हाल ही में हुए वाराणसी के हादसे से कोई उभर नहीं पाया है, लेकिन इस तरह के और हादसे ना हो इसके लिए भी प्रशासन सजग नहीं है। दरअसल हम बात कर रहे हैं अंबेडकरनगर में बन रहे फ्लाईओवर की। यहां सुरक्षा को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है।
अम्बेडकरनगर में एनएच 232 पर बन रहे फ्लाईओवर पर 35 मीटर के कई बीम को लकड़ी के गुटके के सहारे रखा गया है, जोकि कभी भी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकता है। बता दें कि यह वाराणसी-अम्बेडकरनगर के मुख्य मार्ग पर बन रहा है। चिंता का विषय तो यह है कि यहां आम जनमानस के अलावा रोज विद्यालय के दर्जनों वाहन इसके नीचे से ही होकर जाते हैं।
इतना ही नही यहां काम कर रहे मजदूरों के जीवन के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। काम कर रहे मजदूरों के पास सुरक्षा के लिए एक भी उपकरण नहीं है। 40 फिट ऊपर बिना किसी सुरक्षा उपकरण के मजदूर काम कर रहे हैं। कैमरा देखते ही वहां मौजूद अधिकारी भागने लगे। गाड़ी में बैठने के बाद भी जब उनसे सवाल किया गया तो वे कहने लगे कि हम से कोई मतलब नहीं है हम तो वैसे ही यहां रूक गए थे। मजदूरों से जब इसके बारे में पूछा गया तो एक ने कहा अभी पहन लूंगा तो दूसरे ने कहा कमरे पर है।