Edited By ,Updated: 14 Feb, 2017 06:18 PM
14 फरवरी को जंहा पूरा विश्व प्यार बांटने वाले संत वैलेंटाइन के नाम पर प्रेम दिवस मना रहा है। वहीं गोरखपुर के एक स्कूल के बच्चों ने इस अवसर...
गोरखपुर: 14 फरवरी को जंहा पूरा विश्व प्यार बांटने वाले संत वैलेंटाइन के नाम पर प्रेम दिवस मना रहा है। वहीं गोरखपुर के एक स्कूल के बच्चों ने इस अवसर पर मातृ-पितृ दिवस मनाकार पाश्चात्य सभ्यता के इस पर्व का अनोखा बहिष्कार किया।
दुनिया में आए हैं वो हमारे माता की देन
गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र स्थित कालिंदी पब्लिक स्कूल में आज नन्हे मुन्नों द्वारा वैलेंटाइन डे की जगह पर मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया। बच्चों का कहना था कि हम दुनिया में आए हैं वो हमारे माता पिता की देन है। हमारी कोशिश रहेगी कि आज बाल्यावस्था में हमारी पहचान माता पिता से है,भविष्य में उनकी पहचान हमसे हो। इसके लिए बाल्यकाल से हमारे पूज्य माता पिता द्वारा हमे दिए गए संस्कार,सभ्यता का हम बेहतर अनुपालन करके भविष्य में बेहतर नागरिक और बेहतर समाज का निर्माण कर सकें।जिससे हमारे माता पिता का सिर हमेशा गर्व से ऊंचा रहे।
भारतीय संस्कृति सभ्यता का अनमोल उदाहरण
बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सभी अभिभावकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर राम अचल सिंह एक्स वॉइस चांसलर ने कहा कि बच्चों को इस दिवस पर अपने सृजनकर्ताओं के प्रति अनूठा अनुराग प्रदर्शित करना सिखाया जाना भारतीय संस्कृति, सभ्यता का अनमोल उदाहरण है। क्योंकि आज के बच्चे ही कल के देश का भविष्य होंगे। आज के ही दिन अमर शहीद सरदार भगत सिंह को मृत्यु दण्ड की सजा सुनाई गई थी, जिन्हें नमन करते हुए इन नन्हे मुन्नों को राष्ट्रभक्ति और देश की वैदिक सभ्यता शिक्षा देकर भविष्य का निर्माण करने का कार्य एक पुनीत कार्य है।