यूपी में जल्द हारेगा कोरोना, प्रदेश के सभी नगर निगमों समेत 18 जिलों में 18-44 आयु वर्ग का टीकाकरण सोमवार से

Edited By Umakant yadav,Updated: 08 May, 2021 11:03 PM

vaccination of 18 44 age from monday in all the districts including municipal

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए प्रदेश के 18 जिलों में कोविड टीकाकरण अभियान चलाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों तथा गौतम बुद्ध नगर जिले में सोमवार, 10 मई से...

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए प्रदेश के 18 जिलों में कोविड टीकाकरण अभियान चलाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों तथा गौतम बुद्ध नगर जिले में सोमवार, 10 मई से टीकाकरण का वृहद अभियान चलेगा। राज्य में फिलहाल एक मई से 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए सात जिलों लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ और बरेली में कोरोना टीकाकरण का अभियान चल रहा है। अब प्रदेश के सभी नगर निगमों अलीगढ़, आगरा, प्रयागराज, कानपुर, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, लखनऊ, वाराणसी, सहारनपुर, फिरोजाबाद, मथुरा-वृंदावन, अयोध्‍या, शाहजहांपुर के अलावा गौतमबुद्धनगर जिले में भी इस आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होगा।

कोविड प्रबंधन की समीक्षा के लिए मुरादाबाद और बरेली मंडल के दौरे पर निकले मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने निगरानी समितियों द्वारा किये जा रहे कार्यों का शनिवार को मौके पर निरीक्षण किया। बरेली में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ वर्तमान में जो देश की लड़ाई चल रही है उसमें सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश प्रभावी ढंग से लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना को परास्त करने के लिए टीकाकरण सबसे कारगर उपाय है और प्रदेश में 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को एक करोड़ 45 लाख टीका की खुराक दी जा चुकी है। 18-44 आयु वर्ष वर्ग के एक लाख से अधिक टीके की खुराक दी जा चुकी है। योगी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, ''उत्तर प्रदेश के बारे में आशंका थी कि पांच मई तक रोजाना एक लाख नए मामले आने लगेंगे, लेकिन आज आठ मई है और आज 26,847 नये मामले आये हैं, हम कोविड प्रबंधन में सफल रहे हैं।''

उन्होंने कहा, ''दूसरी आशंका व्यक्त की गई थी कि प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद कोविड मामले बढ़ेंगे, पंचायत चुनाव 29 अप्रैल को समाप्त हुआ और लगातार मामलों में कमी आई है।'' आंकड़ों के जरिये स्थिति स्पष्ट करते हुए योगी ने कहा, ''प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा 38,055 मामले 24 अप्रैल को आये और तीन अप्रैल को सबसे ज्यादा 3,10,000 उपचाराधीन मामले थे, लेकिन पिछले आठ दिनों के अंदर (पहली मई से सात मई तक) प्रदेश में संक्रमितों की संख्या में 65 हजार की कमी आयी है और इसमें लगातार सुधार हो रहा है। पिछले एक सप्ताह में बरेली में सक्रिय संक्रमितों की संख्या 2,800 कम हुई है।'' उन्होंने कहा, ''प्रदेश में जहां संक्रमण के ज्यादा मामले थे, वहीं से मैंने समीक्षा की शुरुआत की है। मैंने सोचा कि फील्ड में उतर कर लोगों के मन के भय को दूर किया जाए। कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करने और वर्तमान की रणनीति तय करने के मुरादाबाद मंडल और बरेली मंडल की समीक्षा के लिए आया हूं।'' वर्तमान में ऑक्सीजन की ज्यादा आपूर्ति का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। पहले 500 बिस्तरों वाले अस्पताल में 20 से 30 ऑक्सीजन बेड होता था लेकिन आज पांच सौ बेड के अस्पताल में हर व्यक्ति को ऑक्सीजन की आवश्यकता महसूस हो रही है।

योगी ने कहा कि ऑक्सीजन की मांग कई गुना बढ़ने के कारण विशेष योजना बनाई और प्रधानमंत्री ने ऑक्सीजन की आपूर्ति में मदद की और उन्होंने प्रदेश के लिए 61 नये ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किये हैं और गन्ना विभाग की ओर से हर जिले में एक ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू की है। मुख्‍यमंत्री ने आश्वास दिया कि प्रशासनिक मशीनरी दूसरी लहर पर अंकुश लगाने में सफल होगी। उन्होंने अपील की कि स्वयं का बचाव करते हुए कोरोना के प्रति व्यापक जागरूकता का कार्यक्रम जरूर चलाएं और अगर आवश्यक नाहो तो घर से बाहर ना निकलें, अगर निकला भी पड़े तो अनिवार्य रूप से मास्‍क लगाएं और दो गज दूरी का पालन जरूर करें।

आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कोरोना टीका से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीका जीवन रक्षक के रूप में हमारे सामने आया है और लोगों के लिए उपयोगी रक्षा कवच बन सकता है। उन्होंने बैठक में शाहजहांपुर, बदायूं, पीलीभीत और बरेली के ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत निगरानी समितियों का ब्यौरा जिलाधिकारियों से प्राप्त किया और कहा कि कोरोना को रोकने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर समन्वय किया जाए, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को और गति दी जाए। मुख्यमंत्री ने बरेली मंडल के सभी जिलाधिकारियों से कहा कि एम्बुलेंस का किराया निर्धारित कर दिया जाए ताकि रोगियों के आवागमन की सुविधा में व्यवधान न आने पाए।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि श्मशान घाटों पर भी निगरानी रखी जाए और वहां पर यदि कोई समस्या आ रही है तो प्राथमिकता पर उसका समाधान किया जाए। बैठक में केंद्रीय श्रम राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि बरेली में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है और वर्तमान में स्थिति संतोषजनक हुई हैं। बैठक में प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि तथा मंडल के अधिकारी ऑनलाइन शामिल हुए। बैठक के बाद अचानक मुख्यमंत्री बरेली के गांव मुड़िया अहमद नगर भी गए और वहां के प्रथमिक स्कूल में ग्रामीणों से बातचीत कर कोरोना की जमीनी स्थिति की समीक्षा की। योगी ने कहा कि निगरानी कमेटियां गांवों में स्क्रीनिंग का कार्य कर रही हैं। वहीं जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बरेली में उनकी सिफारिश पर कोई मरीज भर्ती नहीं हो रहा है। निजी अस्पताल मरीजों से मनमाने दाम वसूल रहे हैं, मेडिकल उपकरण चौगुने दाम पर बिक रहे हैं, दवाओं का अकाल है।

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