Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 03 May, 2019 12:21 PM
चक्रवाती तूफान फनी का असर आज शाम से उत्तर प्रदेश में भी दिखायी पड़ सकता है। इसके लिये मौसम विभाग ने ‘‘येलो अलर्ट’’ जारी किया है। कानपुर जिला प्रशासन भी सजग हो गया है। कानपुर नगर निगम ने 926 जर्जर मकानों को खाली करने के आदेश दिए हैं। यहां...
कानपुरः चक्रवाती तूफान फनी का असर आज शाम से उत्तर प्रदेश में भी दिखायी पड़ सकता है। इसके लिये मौसम विभाग ने ‘‘येलो अलर्ट’’ जारी किया है। कानपुर जिला प्रशासन भी सजग हो गया है। कानपुर नगर निगम ने 926 जर्जर मकानों को खाली करने के आदेश दिए हैं। यहां मदद के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है और हेल्प लाईन नम्बर जारी किए गए हैं। नुकसान की तमाम आशंकाओं के बीच तूफान से निपटने को कानपुर तैयार है।
इसके लिए एडीएम वित वीरेन्द्र पाण्डेय को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वन, सिंचाई पशु पालन, पुलिस और फायर जैसे विभागों को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है। सिविल डिफेन्स के वॉलिंटयर की फौज किसी भी आपदा से जूझने के लिये तैयार है। एनडीआरएफ से जरूरी टिप्स भी ली गयी हैं। बिजली विभाग ने अपने इन्जीनियरों से बोल दिया है कि तेज हवा शुरू होते ही बिजली आपूर्ति बन्द कर दें।
कानपुर के एसएसपी अनन्त देव ने जिले के सभी एसएचओ को जेसीबी मशीनों, क्रेन, टैक्टर टालियों के साथ-साथ हथौड़े, आरी, कुल्हाड़ी, रस्सी, टार्च यानि आपदा राहत में काम आने वाली हर वस्तु थाने में मौजूद रखने को कहा है। उन्होंने ग्रामीणों से अपनी खड़ी फसल की वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा है और खेतों में कटे पड़े गठ्ठरों को इकठ्ठा व सुुरक्षित स्थान पर ले जाने की अपील की है।
कानपुर के लिये सबसे बड़ा खतरा यहां के एक हजार से अधिक गिराउ मकान हैं। आंधी के दौरान इनमें रहने वाले तो क्या पास से गुजरने वाले भी किसी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। पूर्व में ऐसी कई घटनाऐं हो भी चुकी हैं। नगर निगम के दस्तावेजों में इनकी संख्या 926 दर्ज है, लेकिन ये आंकड़ा काफी पुराना है। अगर नया सर्वेक्षण हो तो कई सरकारी इमारतें भी इसकी जद में आ जायेंगी।