Edited By Deepika Rajput,Updated: 08 Nov, 2018 05:22 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी समेत राज्य के प्रमुख शहरों में भी राष्ट्रीय राजधानी की तरह दीपावली की अगली सुबह धुंध नजर आई। दीपावली पर इन शहरों में जमकर आतिशबाजी हुई और रात 10 बजे के बाद भी पटाखों की आवाज सुनाई देती रही।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी समेत राज्य के प्रमुख शहरों में भी राष्ट्रीय राजधानी की तरह दीपावली की अगली सुबह धुंध नजर आई। दीपावली पर इन शहरों में जमकर आतिशबाजी हुई और रात 10 बजे के बाद भी पटाखों की आवाज सुनाई देती रही।
गौरतलब है कि, सुप्रीम कोर्ट ने इस बार दीपावली पर पटाखे फोड़ने के लिए रात 8 से 10 बजे तक की समय सीमा तय की थी। प्रदेश की राजधानी में दीपावली के अगले दिन जब लोगों ने आंखें खोलीं तो चारों तरफ धुंध थी। वातावरण में बढ़ गए प्रदूषण से होने वाले नुकसान पर रोशनी डालते हुए मशहूर छाती और श्वांस रोग विशेष डॉ. एस के कटियार ने बताया कि पटाखों के धुएं से बुजुर्ग लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उन्होंने बताया कि यह धुआं अस्थमा और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से पीड़ित रोगियों के लिए काफी नुकसान देह है। विशेषकर दमा से पीड़ित बच्चों और बुजुर्ग लोगों को इससे काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।