Edited By Ruby,Updated: 09 Dec, 2018 12:25 PM
अगले वर्ष प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले में देश विदेश से करोड़ों लोगों के आने की तैयारियों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार अपनी महत्वाकांक्षी योजना-एक जनपद, एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को एक बड़ा मंच उपलब्ध कराने जा रही है। इसमें...
प्रयागराजः अगले वर्ष प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले में देश विदेश से करोड़ों लोगों के आने की तैयारियों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार अपनी महत्वाकांक्षी योजना-एक जनपद, एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को एक बड़ा मंच उपलब्ध कराने जा रही है। इसमें राज्य के तमाम हिस्सों के विशिष्ट उत्पाद और हस्तशिल्प कला के नमूने एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकेंगे। जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त अजय चौरसिया ने बताया कि राज्य सरकार ओडीओपी के लिए कुम्भ मेले के सेक्टर 1 में एक विशाल प्रदर्शनी-सह-बिक्री केंद्र स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए 4600 वर्ग मीटर भूमि चिह्नित की गई है।
उन्होंने बताया कि जर्मन हैंगर से लगाई जाने वाली इस प्रदर्शनी में 100 स्टॉल लगाए जाएंगे जहां प्रदेश के सभी 75 जिलों के उत्पादों को प्रर्दिशत किया जाएगा और उनकी बिक्री की जाएगी। कुछ जिलों के उत्पादों को तैयार करने का लाइव डेमो भी किया जाएगा। चौरसिया ने बताया कि एक जनवरी से चार मार्च तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री करेंगे। इसी वर्ष 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर राज्य सरकार ने एक जनपद-एक उत्पाद योजना शुरू की है। उन्होंने बताया, प्रदर्शनी स्थल पर एक बड़े गुब्बारे के माध्यम से रोजाना एक उत्पाद का प्रचार करने की हमारी योजना है। इस गुब्बारे पर अमुक उत्पाद के चित्र को मेला क्षेत्र में लोग दूर से देख सकेंगे।
कुम्भ मेले में इस प्रदर्शनी में अधिक से अधिक शिल्पकारों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक जिले से चार शिल्पकारों को अपने उत्पाद प्रर्दिशत करने का अवसर दिया जाएगा और एक शिल्पकार 15 दिन तक अपने उत्पाद प्रर्दिशत कर सकेगा। उन्होंने कहा कि चूंकि इस कुम्भ मेले में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय भी आ रहे हैं, इसलिए प्रदेश के शिल्पकार उनके माध्यम से अपने उत्पादों के निर्यात की भी संभावना तलाश सकेंगे।