Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Mar, 2020 04:08 PM
कोरोना से बचाव के लिए भारत के शिष्टाचार की परंपरा नमस्ते है, हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते का प्रयोग करें। उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है और हर परिस्थिति का सामना करने के लिए हम लोग तैयार हैं। ये बाते सीएम योगी ने वाराणसी में कोरोना से निपटने...
वाराणसीः कोरोना से बचाव के लिए भारत के शिष्टाचार की परंपरा नमस्ते है, हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते का प्रयोग करें। उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है और हर परिस्थिति का सामना करने के लिए हम लोग तैयार हैं। ये बाते सीएम योगी ने वाराणसी में कोरोना से निपटने के लिए बने आइसोलेशन सेंटर के दौरे के बाद कहीं।
दरअसल शुक्रवार को हुई तेज बारिश के चलते सीएम योगी के दो दिवसीय वाराणसी दौरे के टल जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार की सुबह पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। जहां वाराणसी के पुलिस लाईन हैलीपैड पर पहुंचते ही एक अखबार के कार्यक्रम में शरीक होने सीएम एक पंच सीतारा होटल के लिए रवाना हो गए। जिसके बाद सीएम योगी ने काशी विश्वनाथ काॅरिडोर का निरीक्षण करके दर्शन पूजन भी किया और वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल पहुंचकर कोरोना के लिए बने आइसोलेशन वार्ड का भी निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश के 75 जनपदों में से हर एक जनपद में 10-10 बेड का आइसोलेशन वार्ड कोरोना फ्लू से प्रभावित लोगों के लिए पहले से तैयार किए गए हैं। 24 सरकारी और प्राइवेट मेडिकल अस्पतालों में भी आइसोलेशन वार्ड बनाकर प्रदेश में 1268 बेेड के आइसोलेशन वार्ड स्थापित कर चुके हैं। प्रदेश में कुल 11 मरीज कोरोना फ्लू से पाए गए थे। जिसमें 10 दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में इलाज चल रहा है और एक का लखनऊ के केजीएमयू में इलाज चल रहा है। भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश में पांच लैब कोरोना वायरस की जांच के लिए स्थापित किए जा चुके हैं। जिसमें लखनऊ में दो एसजीपीजीआई और केजीएमयू, एक अलीगढ़ और एक गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में लैब बने हैं।
प्रदेश सरकार इसके लिए पूरी तरह से सतर्क है और हर परिस्थिति का सामना करने के लिए हम लोग तैयार हैं। मेरी अपील है कि इसके नाम पर अनावश्यक हऊआ न खड़ा किया जाए। सतर्कता और सावधानी आवश्यक है। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। भारत के शिष्टाचार की परंपरा नमस्ते है, हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते का प्रयोग करते हुए इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएं और हाथ को बराबर साफ करते रहने से हम लोग इस तरह की बीमारियों से हर व्यक्ति को बचाने में सफल होंगे। यह कोरोना के प्रति बचाव, उपचार से महत्वपूर्ण कारण बन सकता है और इसके लिए जागरूकता हर स्तर पर चल रहे हैं।