Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 08 Jan, 2020 05:05 PM
पूरे प्रदेश में बुधवार यानि 8 जनवरी 2020 को UPTET की परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा के दौरान अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों पर हंगामा देखने को मिला। जनपद के कई परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने जमकर...
सहारनपुर: पूरे प्रदेश में बुधवार यानि 8 जनवरी 2020 को UPTET की परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा के दौरान अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों पर हंगामा देखने को मिला। जनपद के कई परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया। वहीं सहारनपुर में UPTET की परीक्षा के लिए लगभग 16 हज़ार परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी है। जिसमें से 250 के लगभग परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित रहे हैं। UPTET की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों ने स्कूल प्रिंसिपल पर तानाशाही का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके पास सभी प्रमाण पत्र होने के बावजूद देरी का बहाना बनाकर परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया, जिसकी वजह से सैंकड़ो परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए।
दरअसल, UPTET परीक्षा में बैठने के लिए ओरिजिनल मार्कशीट या अन्य प्रमाणित दस्तावेजों की जांच के बाद ही परीक्षा में बैठने का नियम है। मगर कुछ छात्र संबंधित दस्तावेजों की फोटो कॉपी लेकर ही परीक्षा केंद्रों तक पहुंचे थे। इसके अलावा जिनके पास ओरिजिनल दस्तावेज थे वो बारिश के कारण थोड़ा देर से परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। यही कारण है कि उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया और उन्हें बाहर निकाल दिया गया। जिसके बाद परेशान और नाराज सभी छात्र जिलाधिकारी दफ्तर पर पहुंचे और अपनी समस्या से जिलाधिकारी को अवगत कराया। साथ ही परीक्षार्थियों ने UPTET परीक्षा रद्द करने की भी मांग की है।
वहीं जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने सभी परीक्षार्थियों को आश्वासन दिया कि जिनके पास नियमानुसार दस्तावेज उपलब्ध हैं उनकी परीक्षा व्यवस्था पुनः कराने के प्रयास किये जाएंगे। इसके अलावा अगर किसी केंद्र पर तैनात कर्मचारी ने जान-बूझकर उन्हें परीक्षा में बैठने से रोका होगा तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।