Edited By Ramkesh,Updated: 29 Sep, 2020 02:53 PM
उत्तर प्रदेश की घोषणा के बाद अब अधिकारी भी पूरी तरह से रोजगार को लेकर सचेत हो गये है। इसी क्रम में जीआईसी में एलटी ग्रेड रिजल्ट को कोर्ट के आदेश बाद आज घोषित कर दिया गया है।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की घोषणा के बाद अब अधिकारी भी पूरी तरह से रोजगार को लेकर सचेत हो गये है। इसी क्रम में जीआईसी में एलटी ग्रेड रिजल्ट को कोर्ट के आदेश बाद आज घोषित कर दिया गया है। वहीं रिजल्ट आने के बाद बेराजगार लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
बता दें कि 2018 में जारी एलटी ग्रेड भर्ती के विज्ञापन के तहत प्रदेशभर में परीक्षा कराई गई। परीक्षा के दौरान ही इसमें धांधली की शिकायतें सामने आईं और पूरी परीक्षा विवादों में फंस गई। जिसमें से कुछ विषय के परिणाम पहले की घोषित किये जा चुके थे लेकिन समाजिकविषय, हिन्दी का रिजल्ट रोक दिया गया था। जिसके बाद छात्रों ने कोर्ट की शरण ली । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लोक सेवा आयोग को जीआईसी में एलटी ग्रेड सामाजिक विज्ञान व हिन्दी विषय अध्यापक भर्ती का परिणाम चार सप्ताह में घोषित करने का आदेश दिया है।
यह आदेश न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्र ने धीरेंद्र प्रताप सिंह व 20 अन्य की याचिका पर दिया है। भर्ती परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर दाखिल इस याचिका पर सुनवाई के दौरान आयोग के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि भर्ती परीक्षा को लेकर कई आरोप लगे थे, जिनकी जांच एसआईटी को सौंपी गई थी। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। रिपोर्ट मिलने के बाद आयोग परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। हिंदी शिक्षक (पुरुष वर्ग) का रिजल्ट उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने आज घोषित कर दिया. आयोग ने 696 पदों के सापेक्ष 695 पदों के परीक्षा परिणाम (Exam Result) जारी किए हैं. इसके तहत 348 सामान्य, 188 ओबीसी, 147 एससी और एसटी के 13 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है।
गौरतलब है कि राजकीय इंटर कॉलेज में एलटी ग्रेड भर्ती 2018 हिंदी शिक्षक (पुरुष वर्ग) के लिए लोक सेवा आयोग ने 29 जुलाई 2018 को लिखित परीक्षा का आयोजन कराया था. लेकिन इस परीक्षा के पेपर लीक होने की वजह से इसके परिणाम जारी करने में 2 साल से ज्यादा का समय लगा है। आयोग के अनुसार, एलटी ग्रेड के 14 विषयों का परिणाम अब तक जारी किए जा चुके है।