Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 05:45 PM
हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों के सम्मान में राजधानी समेत समूचे.....
लखनऊः हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों के सम्मान में राजधानी समेत समूचे यूपी में कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच बड़ी तादाद में मुस्लिमों ने जुलूस निकाल कर अपने गम का इजहार किया और ताजिये दफन किए।
इस्लामी कलेंडर के मुताबिक मुहर्रम के 10वीं यौमे आसुरा गमगीन माहौल में मनाया गया। इमामबाड़ा में रखे गए ताजिओं को कर्बला में गमगीन माहौल में सुपुर्द- ए- खाक कर दिया गया। इससे पहले शिया समुदाय ने पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत के मौके पर हाथों में झंडा तथा हुसैन की कब्र की प्रतिकति लेकर मातम किया जबकि सुन्नी समुदाय ने रोजा रखकर नमाज पढ़ी।
मुहर्रम का मुख्य जुलूस बड़ा इमामबाड़ा से शुरू हुआ और 8 किमी की दूरी तय कर तालकटोरा पर खत्म हुआ। इस दौरान हुसैनी सौगवारों ने खुद को घायल कर मातम मनाया और इमाम हुसैन की शहादत का मकसद बयां किया। देर शाम शाम-ए-गरीबा की मजलिस का आयोजन किया गया।
गौरतलब है कि 1400 साल पहले ईराक के कर्बला में हकारत इमाम हुसैन ने अपने 72 साथियो के साथ यकाीदी फौज के साथ लड़ते हुए इंसाफ के लिए शहादत दे दी, जिसकी याद में नौ मुहर्रम की रात ताजिये रखे गए।