Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 12 Nov, 2018 05:36 PM
एक तरफ जहां अव्यवस्था के चलते लोगों का विश्वास सरकारी अस्पतालों से उठता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कौशांबी के जिला अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सरकारी अस्पताल में भरोसा जताते हुए अपनी पत्नी प्रसव के लिए जिला अस्पताल...
कौशांबीः एक तरफ जहां अव्यवस्था के चलते लोगों का विश्वास सरकारी अस्पतालों से उठता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कौशांबी के जिला अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सरकारी अस्पताल में भरोसा जताते हुए अपनी पत्नी प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सरकारी डॉक्टर्स की निगरानी में उनकी पत्नी का प्रसव हुआ। जहां जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। जिलाधिकारी की पत्नी को बेटी होने के बाद अस्पताल मे मिठाई बांटी गई और पटाखे फोड़े गए।
अमूमन देखने को मिलता है कि सरकारी अस्पतालों में बेहद गरीब परिवार ही इलाज के लिए जाता है। अव्यवस्था व दवाइयों में कमी के चलते लोगों का विश्वास सरकारी अस्पतालों से उठता चला गया, लेकिन कौशांबी के डीएम मनीष वर्मा ने भरोसा जताते हुए अपनी पत्नी अंकिता राज का प्रसव जिला अस्पताल में कराया। शनिवार की रात को उनकी पत्नी अस्पताल में भर्ती हुई थी।
डीएम की पत्नी के अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर्स की पूरी टीम सक्रिय हो गई। सीएमएस डॉ. दीपक सेठ ने डिलेवरी वार्ड का निरीक्षण किया। साथ ही अन्य जरूरी सेवाओं की जानकारी ली। जिला अस्पताल का पूरा सरकारी अमला एलर्ट पर है। डीएम की पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद से डीएम वहां मौजूद रहे। रात लगभग 10:30 बजे डॉक्टर की निगरानी में नॉर्मल डिलीवरी हुई। जहां जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं।