Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Aug, 2020 11:15 AM
सरकारी रोडबेज बसों से सफर करने में किलोमीटर के आधार पर बसों का किराया लगता है, लेकिन रोडवेज को एक यात्री से ज्यादा किराया वसूलना भारी पड़ गया। मिर्ज़ापुर शहर के पंसरिया टोला के रहने वाले विवेक गोयल ने रोडवेज विभाग पर 20 लाख रुपए का मुआवजे का दावा...
मिर्जापुरः सरकारी रोडबेज बसों से सफर करने में किलोमीटर के आधार पर बसों का किराया लगता है, लेकिन रोडवेज को एक यात्री से ज्यादा किराया वसूलना भारी पड़ गया। मिर्ज़ापुर शहर के पंसरिया टोला के रहने वाले विवेक गोयल ने रोडवेज विभाग पर 20 लाख रुपए का मुआवजे का दावा ठोका है। इसके लिए उन्होंने उपभोक्ता फोर्म में अपील दायर कर 20 लाख रुपए का मुकदमा परिवहन विभाग के खिलाफ दायर किया है।
रोडवेज बसों से हमेशा सफर करने वाले विवेक गोयल के मुताबिक, रोडवेज यात्रियों से ज्यादा पैसे की वसूली कर रहा है। उनके मुताबिक वह सोनभद्र के राबर्ट्सगंज से वाराणसी कैंट के बीच रोडवेज बस से हमेशा सफर करते हैं। रोडवेज इस यात्रा के लिए बस के यात्रियों से 103 किलोमीटर के हिसाब से किराया वसूलती है। जबकि 30.11.2019 को अपने रावटर्सगंज से वाराणसी के सफर में जब मैंने बस के मीटर की फोटो ली तो कैंट वाराणसी पहुंचा। तो तय की हुई दूरी सिर्फ 91 किलोमीटर थी। जबकि रोडवेज ने प्रत्येक यात्री से 103 किलोमीटर के हिसाब से किराया वसूला है।
विवेक गोयल का कहना है कि अगर इस हिसाब से देखे तो रोडवेज अवैध तरीके से 14 रूपए की अतिरिक्त वसूली कर रहा है। साल भर में यात्रियों से करोड़ों रूपए की वसूली अधिक करता है।इस वहज मुझे मानसिक परेशानी हुई। विवेक गोयल ने मिर्ज़ापुर जिला उपभोक्ता फोरम में 20 लाख रुपए मुआवजे के लिए दावा ठोका है। वही रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि कभी कभी बस दूसरे सड़क मार्ग से चली जाती है। इस लिए दूरी कम हो जाती है। रोडवेज ज्यादा किराया वसूल नहीं करता है।