Edited By Umakant yadav,Updated: 12 Dec, 2020 02:46 PM
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) 14 दिसम्बर को किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के हर जिले में धरना देकर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद अहमद ने शनिवार को कहा कि रालोद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता जिला मुख्यालयों...
लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) 14 दिसम्बर को किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के हर जिले में धरना देकर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद अहमद ने शनिवार को कहा कि रालोद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता जिला मुख्यालयों में स्थापित किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष बैठकर धरना देंगे। इसके साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा पारित किये गये किसान विरोधी कृषि कानूनों को निरस्त करने से सम्बन्धित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले 17 दिनों से लाखों किसान दिल्ली के चारों ओर खुले आसमान के नीचे कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे हैं। भीषण ठण्ड के मौसम में सरकार ने इन निहत्थे किसानों पर आंसू गैस तथा वाटर कैनन का भी बलपूर्वक प्रयोग किया। किसानों को खालिस्तानी और आतंकवादी जैसे सम्बोधनों से अपमानित करने का प्रयास किया मगर लाखों अन्नदाताओं ने सरकार की संवेदनहीनता तथा वाणी की कठोरता को बर्दाश्त करते हुये अपनी मांगो को पूरा करवाने के लिए एकजुटता का परिचय दिया।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले करोड़ों अन्नदाताओं के समर्थन में रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह और उपाध्यक्ष जयंत चौधरी तथा पार्टी के हजारों पदाधिकारी तथा लाखों कार्यकर्ता केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों का गांव गांव तक पर्दाफ़ाश करेंगे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बेनकाब करेंगे।