Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Jun, 2018 05:09 PM
योगीराज में बदमाशों का एनकाउंटर कर उन्हें मौत के घाट उतारने वाली यूपी पुलिस को अब मुर्दों से भी शांति भंग का खतरा है। लिहाजा पुलिस अब मुर्दों को भी पाबंद करने लगी है। ताजा मामला हरदोई से है जहां दो पक्षों में मामूली विवाद के बाद पुलिस ने एक पक्ष के...
हरदोईः योगीराज में बदमाशों का एनकाउंटर कर उन्हें मौत के घाट उतारने वाली यूपी पुलिस को अब मुर्दों से भी शांति भंग का खतरा है। लिहाजा पुलिस अब मुर्दों को भी पाबंद करने लगी है। ताजा मामला हरदोई से है जहां दो पक्षों में मामूली विवाद के बाद पुलिस ने एक पक्ष के 4 लोगों पर शांति भंग की धारा 107,16 के तहत कार्रवाई कर दी। वहीं जब मामला एसडीएम कोर्ट पहुंचा तो पता चला कि इनमें 2 लोगों की मौत पहले ही हो चुकी है।
मामला थाना अतरौली के गांव गोड़वा का है। कुछ दिन पूर्व गांव में सरोज कुमार का गांव के ही अयोध्या से दीवार को लेकर विवाद चल रहा था। जिसकी शिकायत सरोज ने स्थानीय थाने पर की थी। स्थानीय पुलिस ने बगैर किसी जांच पड़ताल के अयोध्या और अयोध्या की पत्नी नीलम व परिवार के जगदेव व बेचेलाल के खिलाफ शांति भंग की धाराओं के तहत कार्रवाई कर दी और रिपोर्ट एसडीएम कोर्ट भेज दी।
वहीं मामला जब एसडीएम कोर्ट पहुंचा तो पता चला कि जगदेव और बेचेलाल की मौत पहले ही हो चुकी है। जिसमें जगदेव की मौत 6 माह पूर्व और बेचेलाल की मौत 20 वर्ष पूर्व हो चुकी है। ऐसे में पुलिस की लापरवाही के चलते मुर्दों को शांति भंग में पाबंद कराने के इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच कर लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए है।