Edited By Ramkesh,Updated: 10 Mar, 2021 03:54 PM
समाजवादी पार्टी की सरकार में आजम खान की भैंस चोरी होने के बाद दल—बल के साथ भागदौड़ करने वाली यूपी पुलिस एक बार फिर से भैंसा चोरी के एक मामले में उलझ गई है। शामली जिले के एक किसान ने चोरी हुए भैंसे का डीएनए टेस्ट कराने की मांग पुलिस से की है। दरसअल,...
शामली: समाजवादी पार्टी की सरकार में आजम खान की भैंस चोरी होने के बाद दल—बल के साथ भागदौड़ करने वाली यूपी पुलिस एक बार फिर से भैंसा चोरी के एक मामले में उलझ गई है। शामली जिले के एक किसान ने चोरी हुए भैंसे का डीएनए टेस्ट कराने की मांग पुलिस से की है। दरसअल, किसान का आरोप है कि उसका भैंसा सहारनपुर के एक गांव में बंधा हुआ है, लेकिन जिस किसान के यहां पर बंधा हुआ है, वह पुलिस को शपथपत्र देकर भैंसे को अपना बता रहा है। इसी के चलते किसान द्वारा भैंसे का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की गई है।
क्या है पूरा मामला?
शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव अहमदगढ़ निवासी किसान चंद्रपाल का भैंसा अगस्त 2020 में चोरी हो गया था। किसान के मुताबिक पुलिस ने उसकी शिकायत पर संज्ञान नही लेते हुए भैंसा बरामद करने में कोई रूची नही दिखाई। इसके बाद किसान ने खुद के स्तर से भैंस की तलाश की, तो उसका भैंसा सहारनपुर जिले के बीनपुर गांव में एक किसान के घर पर बंधा हुआ मिला।
किसान ने दिया पुलिस को शपथ पत्र
अहमदगढ़ से चोरी हुआ भैंसा बीनपुर गांव में जिस किसान के यहां बंधा हुआ बताया जा रहा है, उस किसान और गांव के संभ्रांत लोगों ने पुलिस को शपथ पत्र देकर भैंसा चोरी का नही होने का दावा किया है। इस पर पुलिस भैंसे को बरामद नही कर पा रही है। इसी के चलते अहमदगढ़ के किसान ने पुलिस अधिकारियों से चोरी हुए भैंसे का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है।
तो ऐसे होगा डीएनए टेस्ट
किसान चंद्रपाल का कहना है कि चोरी हुए भैंसे की मां उसके घर पर ही मौजूद है। इसी के आधार पर पुलिस मां और बेटे का डीएनए टेस्ट कर उसके दावे को पुष्ट कर सकती है। इस मामले में एसपी सुकीर्ति माधव इने बताया कि किसान को पूरे मामले की जानकारी के लिए बुलाया गया था। इस बात की भी जांच करवाई जा रही है कि पुलिस द्वारा भैंसा चोरी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी, या नही। उन्होंने बताया कि पुलिस डीएनए टेस्ट से संबंधित कानूनी प्रक्रिया की भी जानकारी हासिल करेगी।