Edited By Umakant yadav,Updated: 02 Jan, 2021 02:07 PM
उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को खत्म हो गया है। इससे पहले प्रधानों ने कार्यकाल के आखिरी 25 दिनों में मनमाने ढंग से विकास निधि खर्च की है। जानकारी मुताबिक कानपुर जिले की 93 ग्राम पंचायतों में 15 करोड़ से अधिक का भुगतान किया...
कानपुर: उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को खत्म हो गया है। इससे पहले प्रधानों ने कार्यकाल के आखिरी 25 दिनों में मनमाने ढंग से विकास निधि खर्च की है। जानकारी मुताबिक कानपुर जिले की 93 ग्राम पंचायतों में 15 करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया है। अब पंचायतीराज विभाग इन सभी भुगतान की जांच करने में जुटा है।
बता दें कि पंचायतीराज विभाग के अनुसार, विकास कार्यों को कराने से पहले उनमें होने वाले खर्च की संस्तुति लेनी चाहिए, फिर अनुमोदन के बाद ही पैसा निकाला जाना चाहिए। लेकिन कार्यकाल खत्म होने से पहले प्रधानों ने खुले हाथों ग्राम पंचायतों के खाते से पैसे निकाले हैं।
उपनिदेशक पंचायत अभय कुमार शाही ने बताया कि 15 करोड़ से अधिक राशि निकालने वाली 93 ग्राम पंचायतों की सूची तैयार की गई है। इन सभी को नोटिस भेजकर जवाब मांगा जाएगा। मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। उनके निर्देश पर ही कार्रवाई की जाएगी। घाटमपुर ब्लाक में सबसे अधिक 22 ग्राम पंचायतों में 3.35 करोड़ से अधिक धनराशि का भुगतान किया गया है।
इन ग्राम पंचायतों में 15 करोड़ से अधिक का भुगतान-
ब्लाक |
ग्राम पंचायत |
धनराशि भुगतान |
घाटमपुर |
22 |
3.35 करोड़ से अधिक |
भीतरगांव |
9 |
करीब 1.74 करोड़ |
बिल्हौर |
10 |
1.61 लाख |
चौबेपुर |
09 |
करीब 1.74 करोड़ |
ककवन |
05 |
62 लाख |
कल्याणपुर |
08 |
2 करोड़ |
सरसौल |
06 |
1 करोड़ |
पतारा |
10 |
1.66 करोड़ |
शिवराजपुर |
03 |
42 लाख |
बिधनू |
12 |
2.18 करोड़ |