Edited By Ajay kumar,Updated: 30 Oct, 2019 05:13 PM
उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार हवाई चप्पल पहनने वाले शख्स को भी हवाई यात्रा सुलभ कराने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना साकार कर रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार हवाई चप्पल पहनने वाले शख्स को भी हवाई यात्रा सुलभ कराने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना साकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने जेवर हवाई अड्डे के निर्माण के लिए अधिगृहित की गई करीब 80.13 प्रतिशत भूमि के कब्जा प्रमाणपत्र सम्बन्धित किसानों द्वारा सौंपे जाने के मौके पर कहा ‘प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला शख्स भी हवाई जहाज से चले। हमारी सरकार इंटर कनेक्टिविटी के जरिये उस सपने को साकार कर रही है।'
योगी ने कहा ‘‘जेवर में किसानों द्वारा अपनी जमीन दिया जाना विकास की किसी भी बड़ी परियोजना को आपसी सहमति और बेहतर संवाद के माध्यम से साकार किये जाने का बेहतरीन उदाहरण है। जेवर के किसान और गौतमबुद्ध नगर के जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली इस मामले में काबिले तारीफ है।'' उन्होंने कहा कि ढाई साल पहले जब उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी थी, तब प्रदेश में सिर्फ दो ही हवाई अड्डे थे लेकिन आज सात हवाईअड्डों का संचालन शुरू हो चुका है। पहले से मौजूद 17 हवाई पट्टियों को चालू करने का काम शुरू हो चुका है। कुशीनगर में भी नया हवाईअड्डा बन रहा है। आगरा और कानपुर सविल टर्मिनल की प्रक्रिया चल रही है। अयोध्या में नया हवाई अड्डा बनने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बेहतर एयर कनेक्टविटी इसलिए दे रही है ताकि उत्तर प्रदेश और यहां के लोगों का विकास हो सके। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, सपा और बसपा की सोच में आम आदमी का विकास था ही नहीं। उन्होंने कहा ‘‘मेरी सरकार बिना भेदभाव के लगातार यह काम कर रही है। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा भी इसी की एक कड़ी है। इसके बन जाने से इस पूरे क्षेत्र के विकास में चार चांद लग जाएंगे। ''
मालूम हो कि जेवर हवाईअड्डे के लिए 77 फीसद जमीन का पहले ही अधिग्रहण किया जा चुका था। आज छह गांवों (रन्हेरा, रोही, पारोही, किशोरपुर, दयानतपुर, बनवारीबांस) के किसानों ने 3 फीसदी जमीन भी जेवर हवाईअड्डे के लिए दे दी है। अब जेवर हवाईअड्डे के लिए 80.13 फीसदी जमीन का अधिग्रहण हो गया है। यह हवाई अड्डा बनाने के लिए कुल 1334 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जानी है।