Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 May, 2020 07:02 PM
लॉकडाउन के दौर में प्रवासी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट आन पड़ा है। ऐसे में सरकार उनके वापसी के कुशल प्रबंध कर रही है। इस बीच में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने गुजरात की भाजपा सरकारों पर प्रवासी मजदूरों को सकुशल घर वापस लाने के लिये...
लखनऊः लॉकडाउन के दौर में प्रवासी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट आन पड़ा है। ऐसे में सरकार उनके वापसी के कुशल प्रबंध कर रही है। इस बीच में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने गुजरात की भाजपा सरकारों पर प्रवासी मजदूरों को सकुशल घर वापस लाने के लिये उनकी पार्टी द्वारा बुक की गई ट्रेनों को चलाने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया है।
इसपर एतराज जताते हुए अजय कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश के लगभग 10 लाख मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने मजदूरों को मुफ्त में वापस पहुंचाने का भरोसा दिलाया था, लेकिन हकीकत ये है कि भाजपा और उससे संबंधित बिचौलिए मजदूरों से तय किराया से ज्यादा वसूल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सूरत में अभी तक गुजरात कांग्रेस ने प्रवासी मजदूरों के लिये 12 ट्रेनें बुक की थी लेकिन वहां के कलेक्टर फाइल दबा कर बैठ गए हैं और ट्रेनों को उत्तर प्रदेश जाने नहीं दे रहे हैं। प्रदेश के 19 हजार 200 श्रमिक अकेले सूरत में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सूरत से अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, फैजाबाद, गोण्डा, फैजाबाद, गोरखपुर, प्रयागराज बलिया के लिए ट्रेन बुक की गई थी।
उन्होंने कहा कि सूरत के जिलाधिकारी ने कहा है यदि उत्तर प्रदेश सरकार इन ट्रेनों को अपने राज्य में आने की अनुमति देगी तो वह इन ट्रेनों को भेज देंगे। अजय कुमार लल्लू ने कहा भाजपा सरकारों पर इस मुद्दे पर राजनीतिक साजिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके पहले भी उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश सरकार से फंसे हुए मजदूरों का विवरण मांगा था और इस संबंध में अभी तक कई पत्र भी लिखे लेकिन किसी का कोई जवाब नहीं मिला।