Edited By Ajay kumar,Updated: 08 Aug, 2019 10:16 AM
भारत सरकार ने ‘मिड डे मील योजना’ की शुरूआत बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने और उनके पोषण स्तर को सुधारने की वजह से शुरू किया था।
बांदा: भारत सरकार ने ‘मिड डे मील योजना’ की शुरूआत बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने और उनके पोषण स्तर को सुधारने की वजह से शुरू किया था। लेकिन अब यह योजना भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के चलते जानलेवा साबित हो रही है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से सामने आया है। जहां मिड डे मील खाने से बच्ची की मौत हो गई।
क्या है मामला?
मामला गिरवा थाना क्षेत्र के सौता गांव का है। जहाँ रोशनी नाम की बच्ची प्राथमिक विद्यालय में पढऩे गयी थी। दोपहर में मिड डे मील खाना खाने के बाद रोशनी को उल्टियां होने लगीं। परिजनों का आरोप है कि रोशनी के उल्टियां करने के बावजूद अध्यापकों ने ध्यान नहीं दिया जिसकी वजह से उसकी हालत और बिगड़ गई। बच्ची की तबियत ज्यादा खराब होने से हम उसे जिला अस्पताल लेकर आए जहाँ उसकी मृत्यु हो गयी।
परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
बच्ची की मौत से दुखी परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मृतका बच्ची की माँ ममता ने आरोपी शिक्षक के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। उनका कहना है कि शिक्षक की लापरवाही की वजह से ही बच्ची की मौत हुई है।