Edited By Umakant yadav,Updated: 17 Feb, 2021 04:59 PM
उत्तर प्रदेश में कल से शुरू हो रहे विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। विपक्षी दल विशेष रूप से कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन, कानून-व्यवस्था आदि मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में कमर कस ली है। वजट सत्र के दौरान...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कल से शुरू हो रहे विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। विपक्षी दल विशेष रूप से कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन, कानून-व्यवस्था आदि मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में कमर कस ली है। वजट सत्र के दौरान सपा विधायक साइकिल से सवार होकर विधानभवन पहुंचेंगे। इसके साथ ही बसपा ने भी सरकार को घेरने के लिए रणनीति बना ली है और कल सुबह 10 बजे कांग्रेस ने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र बृहस्पतिवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ शुरू होगा। राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार सोमवार 22 फरवरी को वित्त वर्ष 2021-22 का वार्षिक बजट पेश करेगी। यह पहली बार होगा कि बजट पेपरलेस (बिना कागज के) होगा और मुद्रित प्रतियां उपलब्ध नहीं होंगी। सभी विधायकों को अपने आईपैड पर बजट मिलेगा और बजट के बारे में जानकारी केवल राज्य विधानसभा की वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध होगी। इस बारे में विधायकों को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है ताकि उन्हें आईपैड को सुचारू रूप से इस्तेमाल करने में मदद मिले।
वार्षिक बजट की प्रस्तुति के अलावा, सरकार महत्वपूर्ण बिलों को भी पेश कर सकती है जिसमें उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश, 2020 भी शामिल है। जिसे नवंबर में राज्यपाल की मंजूरी के बाद लागू किया गया था। लगातार दूसरी बार मीडियाकर्मियों को प्रेस दीर्घा तक पहुंचने की अनुमति नहीं होगी। तिलक हॉल में दो एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं जहां से वे कार्यवाही को देख सकते हैं। विधानसभा के कार्यक्रम के अनुसार, सत्र 10 मार्च तक जारी रहने की संभावना है।