Edited By Ajay kumar,Updated: 08 Feb, 2020 11:37 AM
छात्रों के लिए सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक होता है बोर्ड का परीक्षा। UP बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में बिना पढ़े पास करना अब...
लखनऊः छात्रों के लिए सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक होता है बोर्ड का परीक्षा। UP बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में बिना पढ़े पास करना अब बेहद मुश्किल होगा। नकल पर नकेल के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। सभी 7784 परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, वायस रिकार्डर और ब्राड बैंड कनेक्शन की व्यवस्था के चलते सभी की ऑनलाइन वेब टेली कास्ट के माध्यम से निगरानी होगी। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने राजधानी में माध्यमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय में बने राज्य स्तरीय कंट्रोल रुम व मानीटरिंग सेंटर का उद्घाटन किया।
डॉ. शर्मा ने बताया कि छात्रों को इस बार चार अलग-अलग रंगों की कापियां दी जाएंगी। यह गुलाबी, पीले, हरे व नीले रंग का क्रमांक होगा और यह सिली सिलाई होंगी। ताकि कापियों का ऊपर का पृष्ठ न बदला जा सके। नकल माफिया अब किसी भी कीमत पर परीक्षा की कापियों की अदला-बदली नहीं करवा पाएंगे। उन्होंने बताया कि करीब ढ़ाई हजार संवेदनशील व अति संवेदनशील केंद्रों व 18 जिलों में इसकी विशेष व्यवस्था की गई है। इसमें बलिया, अलीगढ़, मेरठ, बागपत इत्यादि प्रमुख हैं। B कापियां भी अलग-अलग रंग की होंगी। किस संवेदनशील व अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र पर किस रंग की कापियां भेजी जा रही हैं इसकी जानकारी किसी को नहीं होगी।
बता दें कि इस बार 18 फरवरी से शुरू हो रही हाईस्कूल की परीक्षा, तीन मार्च और इंटरमीडिएट की छह मार्च को खत्म होगी। परीक्षा के साथ-साथ मूल्यांकन का समय भी घटाया गया है। इस बार रिजल्ट 24 अप्रैल को घोषित कर दिया जाएगा। इंटरमीडिएट में भी इस बार एक विषय में फेल विद्यार्थी को कम्पार्टमेंट परीक्षा की सुविधा दी जाएगी। मुख्य परीक्षा के रिजल्ट के एक महीने के भीतर कम्पार्टमेंट परीक्षा होगी।
UP बोर्ड परीक्षाः एक नजर में
हाईस्कूल - 3022607 विद्यार्थी
इंटरमीडिएट - 2584511 विद्यार्थी
कुल परीक्षार्थी - 5607118 विद्यार्थी