Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 20 Dec, 2018 04:41 PM
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा काशी विश्वनाथ गलियारे के नाम पर वाराणसी में मंदिरों को ध्वस्त करने, शिव मूर्तियों और शिवलिंगों को फेंकने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सदस्यों ने आज विधानसभा से बहिगर्मन किया...
लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा काशी विश्वनाथ गलियारे के नाम पर वाराणसी में मंदिरों को ध्वस्त करने, शिव मूर्तियों और शिवलिंगों को फेंकने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सदस्यों ने आज विधानसभा से बहिगर्मन किया।
सदन की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू उक्त मुददा उठाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 125 करोड़ सनातन धर्मावलंबियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि काशी विश्वनाथ गलियारे के नाम पर सैकड़ों प्राचीन मंदिरों को भाजपा की सरकार ने तोड़ा है और हिन्दुओं के आराध्य देव भगवान शिव की मूॢतयों को अनैतिक तरीके से फेंका है।
वह इस मुद्दे पर चर्चा चाहते थे लेकिन अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इसकी अनुमति नहीं दी। कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद वे सदन से बहिर्गमन कर गये। लल्लू ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री नरेनद्र मोदी को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आगरा की घटना को लेकर योगी का इस्तीफा मांगा।
उल्लेखनीय है कि आगरा के लालउ गांव में मंगलवार को मनचलों ने दसवीं की छात्रा पर पेट्रोल छिड़क कर उसे आग लगा दी थी। बुरी तरह झुलसी छात्रा की बृहस्पतिवार की सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।