Edited By Ajay kumar,Updated: 23 Dec, 2019 06:33 PM
उत्तर प्रदेश के मेरठ में उपद्रव, बवाल, हिंसा और मौत का तांडव, मगर इस सबके बाद अब राहत भरी खबर यह है कि धीरे-धीरे जिला अमन-चैन और शांति के रास्ते पर लौटने लगा है। खास बात यह है कि अमन की राह...
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में उपद्रव, बवाल, हिंसा और मौत का तांडव, मगर इस सबके बाद अब राहत भरी खबर यह है कि धीरे-धीरे जिला अमन-चैन और शांति के रास्ते पर लौटने लगा है। खास बात यह है कि अमन की राह पर लौट रहे जिले के लोगों को रास्ता दिखाने के लिए खुद नन्हे-मुन्ने बच्चे शांति दूत बनकर सड़क पर उतर आए हैं। जिसके तहत सोमवार को भूमिया के पुल पर छोटे-छोटे बच्चों ने पुलिस अधिकारियों को फूल भेंट करते हुए जिले में शांति-व्यवस्था कायम कराने के लिए उनका आभार प्रकट किया। इसी के साथ कई दिनों से अपने घरों में कैद बच्चों ने पुलिस से मार्मिक गुहार लगाते हुए कहा कि इस बवाल से उनकी पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है, इसलिए वह अब स्कूल जाना चाहते हैं।
बता दें कि क्षेत्रिय नागरिकों के बुलावे पर सोमवार को फोर्स और सिविल डिफेंस के अधिकारियों के साथ भूमिया के पुल पर पहुंचे। जिले में हुए बवाल के बाद पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही से दहशत में आए क्षेत्र के लोगों को एसपी सिटी ने भरोसा देते हुए आश्वस्त किया कि पुलिस सिर्फ बवालियों के खिलाफ ही कार्यवाही करेगी। इसके शिवा किसी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र के नागरिकों से भी जिले के अमन-चैन के साथ खिलवाड़ करने वाले आरोपियों की पहचान कर पुलिस की मदद करने की अपील की।
इसी दौरान क्षेत्र के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने जिले में कानून-व्यवस्था और अमन-शांति के लिए पुलिस द्वारा किए गए अथक प्रयास की सराहना करते हुए एसपी सिटी सहित अन्य अधिकारियों को गुलाब के फूल भेंट किए। बच्चों ने एसपी सिटी से गुहार लगाई कि वह घरों में कैद होकर परेशान हो गए हैं। एग्जाम सर पर है और स्कूल बंद होने के कारण उनकी पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है। बच्चों ने एसपी सिटी से गुहार लगाते हुए अपने स्कूल खुलवाए जाने की मांग की।
छात्रा नमरा और जोया ने बताया कि हम यहां एसपी अंकल को गुलाब का फूल देकर अमन-चैन और शांति के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही अंकल से अपने स्कूल को खोले जाने की बात कही। स्कूल बंद हो जाने से काफी नुकसान हो रहा है क्योंकि एग्जाम नजदीक आ रहा है।