Edited By Deepika Rajput,Updated: 27 Jul, 2019 03:31 PM
उत्तर प्रदेश में मॉब लिंचिंग के खिलाफ नमाज से पहले मुसलमानों को हथियार खरीदने की ट्रेनिंग देने का मामला सामने आया है। ये ट्रेनिंग सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ पत्रकार महमूद पराचा दे रहे हैं। इसमें बताया गया कि हथियारों का लाइसेंस हासिल करने के लिए फॉर्म...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में मॉब लिंचिंग के खिलाफ नमाज से पहले मुसलमानों को हथियार खरीदने की ट्रेनिंग देने का मामला सामने आया है। ये ट्रेनिंग सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ पत्रकार महमूद पराचा दे रहे हैं। ट्रेनिंग में बताया गया कि हथियारों का लाइसेंस हासिल करने के लिए फॉर्म को किस तरह भरा जाता है।
ट्रेनिंग का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें महमूद कह रहे हैं कि आज कि परिस्थितियों में मौजूदा कानून-व्यवस्था काफी नहीं है। आज देश में दलित और मुस्लिम तबके के लोग भीड़ हिंसा का शिकार हो रहे हैं। इस स्थिति में उन्हें भी अपनी रक्षा का अधिकार है। संविधान सभी को आत्मरक्षा का अधिकार देता है। कैंप के बाद पराचा ने बताया कि इस ट्रेनिंग की कई वजह है, जिसमें सबसे खास है कि कैसे संविधान के दायरे में रहकर अपने आप का बचाव किया जा सके।
वहीं जाने माने वकील और ऑल इंदिया पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंमबर जफरयाब जिलानी का कहना कि हथियार रखने के लिए लोगों को जानकारी देना कोई गलत बात नहीं हैं।