Edited By Ruby,Updated: 16 Sep, 2018 11:33 AM
सरकारी स्कूलों के नाम सुनते ही दिमाग में टूटे और गंदे स्कूलों की तस्वीर उभर आती है। मगर प्रतापगढ़ में एक ऐसा सरकारी स्कूल है जिसे देख कर आपको अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होगा। स्कूल को इस तरह से पेंट किया गया है कि दूर से देखने पर लगता है मानो ट्रेन...
प्रतापगढ़ः सरकारी स्कूलों के नाम सुनते ही दिमाग में टूटे और गंदे स्कूलों की तस्वीर उभर आती है। मगर प्रतापगढ़ में एक ऐसा सरकारी स्कूल है जिसे देख कर आपको अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होगा। स्कूल को इस तरह से पेंट किया गया है कि दूर से देखने पर लगता है मानो ट्रेन खड़ी है और पूरे स्कूल परिसर में हुए कलरफुल रंग रोगन आपका मन मोह लेगा। साफ सफाई और आकर्षण में यह सरकारी विद्यालय आसपास के कान्वेंट स्कूलों को मात दे रहा है। सब कुछ होने के बावजूद अगर कोई कमी है तो सिर्फ शिक्षकों की जो बिना सूचना के गैर हाजिर रहते हैं और स्कूल शिक्षामित्रो के सहारे चलता है।
दरअसल बाबा बेलखरनाथ धाम विकास खण्ड के अंतर्गत यह प्राथमिक विद्यालय ईशनपुर स्थित है। जिसे मुख्यमंत्री की कायाकल्प योजना अंतर्गत लाखों रुपये खर्च करके तैयार किया गया है। विद्यालय के रंग रोगन से लेकर क्लास रूम में टाइल्स, साफ सफाई के अतिरिक्त लाइब्रेरी भी बनवाई गई है और दीवारों पर उतारी गई रेलगाड़ी की पेंटिंग आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जिसकी वजह से पिछले सत्र की अपेछा इस वर्ष स्कूल में छात्रों की संख्या में इज़ाफ़ा भी हुआ है औऱ लगातार विकास खण्ड के अधिकारियों की नजर भी बनी हुई है।
इस सबके बावजूद विद्यालय के अध्यापकों की लापरवाही और कामचोरी के चलते छात्रों को ढंग से शिक्षा नहीं मिल पा रही है। आए दिन स्कूल के हेड टीचर और सहायक अध्यापक बगैर सूचना के छुट्टी पर रहते हैं। खास बात यह है कि उनके अटेंडेंस रजिस्टर में छुट्टी का जिक्र भी नहीं होता और पूरा स्कूल शिक्षा मित्र के भरोसे चलता है जबकि स्कूल में तैनात शिक्षामित्र भी मानते है कि ऐसे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हालांकि बीडीओ बेलखरनाथ ने शिक्षकों की लापरवाही को गम्भीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियो से शिकायत की बात कही है।