Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 30 Apr, 2020 04:28 PM
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में टीम-11 के साथ बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने के उपाय के साथ ही लोगों के उपचार तथा निदान की प्रगति की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर...
लखनऊः सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में टीम-11 के साथ बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने के उपाय के साथ ही लोगों के उपचार तथा निदान की प्रगति की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों एवं श्रमिकों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाने में सरकार के अभियान की प्रगति को परखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा से चंद रोज पहले ही श्रमिक तथा कामगार आए हैं, जबकि दिल्ली से 28 व 29 मार्च को 4 लाख लोगों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाया गया था। हरियाणा और राजस्थान से भी 50 हजार लोगों को घरों तक पहुंचाया गया है। आज भी हरियाणा से 13 हजार लोगों को भी लाया जा रहा है। इसके बाद शुक्रवार को गुजरात से श्रमिक तथा कामगार को वापस लाया जाएगा।
इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में 6 लाख लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर, शेल्टर होम और कम्युनिटी किचेन का राजस्व विभाग से ब्यौरा भी मांगा। कोरोना से हर तरह से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने लेवल - 1, लेवल - 2 और लेवल -3 के कोविड अस्पतालों की क्षमता विस्तार करके 52 हजार बेड तैयार करने का भी ब्यौरा प्राप्त किया है।
वहीं नगरीय निकायों ने लॉकडाउन के दौरान दैनिक श्रमिकों की जो सूची तैयार की गई है, उसमें कई तरह की गड़बडिय़ां मिली हैं। निदेशालय ने इस पर 292 नगरीय निकायों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही सूची दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन में दैनिक रोजगार कर जीवन यापन करने वालों को आर्थिक तंगी न हो इसके लिए एक हजार रुपये बैंक खाते में देने फैसला किया है।