Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Apr, 2018 12:24 PM
बुधवार शाम से आंधी और बारिश की वजह से आगरा का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। इतना ही नहीं इसका कहर ताजमहल पर भी देखा गया। जानकारी के मुताबिक ताजमहल के प्रवेशद्वार के 2 गुलदस्ता पिलर धाराशाई हो गए। भीमनगरी का मंच भी गिर गया। शाहगंज में मस्जिद की मीनार भी...
आगराः बुधवार शाम से आंधी और बारिश की वजह से आगरा का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। इतना ही नहीं इसका कहर ताजमहल पर भी देखा गया। जानकारी के मुताबिक ताजमहल के प्रवेशद्वार के 2 गुलदस्ता पिलर धाराशाई हो गए। भीमनगरी का मंच भी गिर गया। शाहगंज में मस्जिद की मीनार भी गिरी। वहीं आंधी-तूफान और ओलावृष्टि में ब्रज क्षेत्र में 15 लोगों की मौत हो गई, वहीं 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए। आंधी-तूफान ने पूरे मंडल में जमकर तबाही मचाई।
जानिए पूरा मामला
दरअसल भयंकर आंधी-तूफ़ान में करीब 35 मिलीमीटर बारिश हुई और 40 मिनट तक ओले गिरते रहे। भयंकर तूफान से शहर से लेकर 6 देहात तक सैकड़ों पेड़, होर्डिंग, टीनशेड, खंभे उखड़ गए. कई जगह मकान और दीवारें ढह गईं। आगरा आठ, मथुरा में चार और फिरोजाबाद में लोगों की मौत हो गई।
ताजमहल के दो गेटों की गिरी मीनारें
वहीं ताजमहल के दो गेटों की मीनारें गिरने के साथ मुख्य स्मारक को भी नुकसान पहुंचा है। तूफान में दो दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। बवंडर में करोड़ों रुपए की हानि की भी सूचना है। वहीं, कई इलाके पानी में डूब गए. गेहूं की 80 फीसदी तक फसल नष्ट हो गई।
तत्काल मदद मुहैया कराने के दिए निर्देश
बता दें यूपी के मौसम में आए बदलाव और आंधी-तूफान का कहर देखने को मिला।आंधी-तूफान से सूबे में अब तक 35 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। राजस्व विभाग के निर्देश पर आंधी-तूफान से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आंधी-तूफान से पीड़ित लोगों को सरकार ने तत्काल मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।