प्रयागराज में बस अड्डे पर जमा भीड़ से संक्रमण का खतरा

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Mar, 2020 04:01 PM

threat of infection due to congestion at bus station in prayagraj

देशव्यापी ‘लॉक डाउन'' के चलते संगम नगरी प्रयागराज में सिविल लाइंस बस अड्डे पर जमा भीड़ कोरोना वायरस के संक्रमण को बढावा देने का न्योता दे रही है। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस विशेन ने रविवार को बताया कि रोडवेज बसें चलने की सूचना पर सुबह पांच...

प्रयागराजः देशव्यापी ‘लॉक डाउन' के चलते संगम नगरी प्रयागराज में सिविल लाइंस बस अड्डे पर जमा भीड़ कोरोना वायरस के संक्रमण को बढावा देने का न्योता दे रही है।       रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस विशेन ने रविवार को बताया कि रोडवेज बसें चलने की सूचना पर सुबह पांच बजे से बड़ी संख्या में छात्र एवं अन्य यात्री सिविल लाइन्स बस अड्डा पहुंच गए। गलत सूचना पर रोडवेज, प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी सिविल लाइंस पहुंचे।

उन्होंने बताया कि सड़क परिवहन निगम की बसें चलाने की अनुमति प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से नहीं मिली है इसलिए रोडवेज महकमे ने पूर्वांचल के जिलों के लिए बसें नहीं चलाईं। हम भी लोगों की परेशानियों को महसूस करते हैं, लेकिन मजबूर हैं। पुलिस की घोषणा के बाद अपने गांव-घर में परिवार के पास पहुंचने को बेताब छात्रों और अन्य यात्रियों को बस अड्डे से रविवार को निराश होकर लौटना पड़ा। उन्होने लोगों को अफवाहों से बचने की अपील की। उन्होंने बताया कि शनिवार को नोएडा, गाजियाबाद आदि क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को दिल्ली से बसों से लखनऊ लाया गया। उसके बाद चार अलग अलग बसों से 187 लोगों को प्रयागराज लाया गया था।

पिछले 24 घंटे में सिविल लाइंस बस अड्डे पर लगभग हजार यात्री अपने अपने गंतव्य जाने के लिए पहुंचे लेकिन आगे जाने के लिए कोई साधन सुलभ नहींं होने के कारण स्थिति विकट बनी हुई है। लॉकडाउन के कारण शहर में हजारों प्रतियोगी छात्र लॉज और किराए के कमरों में फंसे दूसरे जिलों के छात्र परेशान हैं। उनका राशन और पैसा खत्म हो चुका है। छात्रों को घर जाने के लिए कोई साधन नहीं है बावजूद वह जल्द से जल्द किसी प्रकार अपने घर पहुंचना चाहते हैं। सिविल लाइंस बस अड्डे पर बेली अस्पताल के पास रहने वाले जौनपुर के मोहित अग्रवाल, तेलियरगंज मुहल्ले में रहने वाले दीपक मिश्र और आजमगढ़ के रहने वाले कुशल सिंह ने बताया कि उनके पास थोडे पैसे बचे हैं वह भी खत्म होने वाले हैं। बस चलने की सूचना पर सुबह हम भी भाग कर सिविल लाइंस पहुंचे। लेकिन किसी प्रकार की आगे जाने की सहूलियत नहीं मिल रही है।

प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि प्रशासन को भी स्थिति समझते हुए व्यवस्था करनी चाहिए। बचाव के लिए लॉकडाउन उचित है लेकिन जो फंस गये हैं, खाने पीने की व्यवस्था नहीं है, पैसे भी खत्म होने वाले है तब हम क्या करें। स्थिति तो तब ऐसी होगी कोरोना वायरस से बचेंगे तो भूखे मर जाऐंगे। 
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!