Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 12:38 PM
उत्तर प्रदेश की एक बेटी ने अपनी हिम्मत के बल पर ऐसा काम कर दिखाया कि उसके मां बाप के साथ साथ पूरे यूपी का सिर भी ....
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश की एक बेटी ने अपनी हिम्मत के बल पर ऐसा काम कर दिखाया कि उसके मां बाप के साथ साथ पूरे यूपी का सिर भी शान से उठ गया है। दरअसल हम बात कर रहे है सारिया अब्बासी की, जो भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। 9 सितंबर को चेन्नई स्थित अकादमी की पासिंग आउट परेड में पिता डॉ तहसीन अब्बासी व मां रेहाना शमीम ने जब उसके कंधों पर स्टार लगाया तो दोनों गर्व से फूले नहीं समा रहे थे।
जानकारी के अनुसार सारिया अब्बासी रामजानकी नगर मोहल्ला की निवासी है। शान की बात यह है कि सारिया भारत की तीसरी और पूर्वी उत्तर प्रदेश की पहली मुस्लिम महिला है। सारिया ने बताया कि उसने 2015 में आईएमएस गाजियाबाद से बीटेक करने के बाद दिल्ली की कंपनी में जॉब की। लेकिन उसका मन जॉब में नहीं लगा। वह डिफेंस सेक्टर में जाना चाहती थी। उसी साल उसने यूपूीएससी की ओर से आयोजित सीडीएस की परीक्षा दी, लेकिन चयन नहीं हो सका। सारिया ने हिम्मत हारने के बजाए पूरे मन से परीक्षा की तैयारी की और अगले साल 2016 में उसका चयन हुआ।
बता दें कि सारिया के पिता डॉ तहसीन आकाशवाणी गोरखपुर के कार्यक्रम प्रमुख हैं। जबकि मां रेहाना भटहट क्षेत्र के अतरौलिया स्थित जूनियर हाई स्कूल में शिक्षिका हैं। घर आई सारिया का पूरे जोर शोर से स्वागत किया गया। बीते दिन को पिता के सहकर्मियों ने बधाई व शुभकामना देने के लिए सारिया को आकाशवाणी केन्द्र बुलाया।