Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jan, 2018 02:06 PM
50 लाख की नौकरी छोड़ने वाले 2012 कैडर के आईपीएस संतोष मिश्रा को यूपी के अंबेडकरनगर जिले में एसपी की पोस्ट मिली है।
लखनऊ: 50 लाख की नौकरी छोड़ने वाले 2012 कैडर के आईपीएस संतोष मिश्रा को यूपी के अंबेडकरनगर जिले में एसपी की पोस्ट मिली है। बता दें कि इससे पहले वो अमरोहा जिले के एसपी थे। शायद ही आपको पता हो कि समाज की खातिर कुछ करने के लिए संतोष मिश्रा ने 50 लाख रुपए की नौकरी छोड़ दी थी। उन्होंने खुद से सिविल सर्विस की तैयारी की और पहली बार में ही देश के सबसे बड़ी परीक्षा को मेहनत से पास कर लिया।
50 लाख सैलरी के बावजूद नहीं लगा नौकरी में मन
संतोष ने बताया कि वह बिहार के पटना जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता लक्ष्मण मिश्रा आर्मी से रिटायर हैं। मां हाउस वाइफ हैं और उनकी 3 बहनें हैं। उन्होंने हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई बिहार से ही की और फिर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए पुणे चले गए। उन्होंने साल 2004 में पुणे यूनिवर्सिटी से मकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
2011 में नौकरी छोड़कर बिहार आए संतोष
इंजीनियरिंग के बाद संतोष का चयन यूरोप की एक कंपनी में हो गया। वो 4 साल तक यूरोप में नौकरी करने के बाद अमेरिका आए। उन्होंने भारत में भी नौकरी की। 50 लाख रुपए सालाना सैलरी पाने के बावजूद भी संतोष का मन नौकरी में नहीं लग रहा था। साल 2011 में संतोष नौकरी छोड़कर बिहार आ गए। यहां उन्होंने एक साल तक सिविल सर्विस की खुद से तैयारी की । 2012 में उन्होंने इस परीक्षा को पास कर लिया।
खुद से की सिविल सर्विस की तैयारी
संतोष ने बताया कि अमरोहा में एसपी के पद पर तैनात रहने के दौरान एक 5वीं क्लास के बच्चे ने आकर मुझसे शिकायत की कि उसका एक दोस्त 15 दिनों से स्कूल नहीं आता। मुझे उसकी ये बात अच्छी लगी, लेकिन उस बच्चे को लेकर चिंता भी हुई। मैंने उस पर तुरंत कार्रवाई की। मैंने उस बच्चे का पता किया। उसके घर गया तो पता चला कि वो अपनी मिठाई की दुकान पर काम करने गया है। इसके बाद मैं दुकान पर गया और वहां उसके पिता से बात की। जिसके बाद उन्होंने बच्चे को दोबारा पढ़ने के लिए स्कूल भेजा।