Edited By Umakant yadav,Updated: 07 Dec, 2020 05:01 PM
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में अखिलेश को आज कन्नौज में ''किसान यात्रा'' में शामिल होना था, मगर उससे पहले ही पुलिस ने उनके घर और पार्टी दफ्तर के आसपास का इलाका अवरोधक लगाकर सील कर...
लखनऊ: कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में अखिलेश को आज कन्नौज में 'किसान यात्रा' में शामिल होना था, मगर उससे पहले ही पुलिस ने उनके घर और पार्टी दफ्तर के आसपास का इलाका अवरोधक लगाकर सील कर दिया। इसी बीच अखिलेश कन्नौज जाने के लिये अपने घर से निकले तो पुलिस ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। इससे नाराज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव धरने पर बैठ गये। बाद में उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस वैन में बैठा दिया गया।
वहीं धरने के दौरान अखिलेश ने संवाददाताओं से कहा, ''भाजपा का यह तानाशाही रवैया है। उसने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। भाजपा के लिये कोई कोरोना नहीं है। सिर्फ विपक्षियों के लिये है। भाजपा देश में कहीं भी सभाएं और चुनाव प्रचार कर ले, उसके लिये कोई कोरोना नहीं है। सरकार कोरोना के सहारे लोकतंत्र का गला घोंटना चाहती है।''
उन्होंने कहा, ''केवल पार्टी कार्यालय में ही नहीं, बल्कि सरकार हर समाजवादी कार्यकर्ता को अपमानित कर रही है। हम अपने घर से निकलकर किसानों के बीच अपनी बात रखते। जिस कानून को लेकर किसान दिल्ली घेरकर बैठा है, सरकार उसे वापस क्यों नहीं ले रही है। सरकार पर अविश्वास बढ़ रहा है। सरकार अब बचने वाली नहीं है।'' इसके पूर्व, नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया गया।
पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य मुख्यालय के अंदर भेजने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने बल प्रयोग भी किया।
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक करार देते हुए कहा है कि सरकार अखिलेश के किसान यात्रा में शामिल होने मात्र से भयभीत हो गई है। उन्होंने कहा, ‘‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना हर किसी का लोकतांत्रिक अधिकार है और सरकार इसका हनन करने पर तुली हुई है।'' चौधरी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सपा की किसान यात्रा के कार्यक्रम से इतनी डरी हुई है कि वह हर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं को रोक रही है।
इस बीच सपा की ओर से ट्वीट किया गया कि, "भाजपा सरकार में किसानों से अन्याय एवं किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ सपा की किसान यात्रा से डरी सत्ता इसे रोकने के लिए समाजवादियों का दमन कर रही है।" ट्वीट में कहा गया, "गैरकानूनी तरीके से पुलिस पार्टी कार्यकर्ताओं को थाने में बुलाकर और घरों पर जाकर रोक रही है। यह घोर निंदनीय है। किसान और नौजवान इस दंभी सत्ता को जवाब देंगे।''
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि जनपद में धारा 144 लागू है। बिना अनुमति के कोई भी समारोह या कार्यक्रम करने पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद भी सपा नेताओं ने कोविड-19 अधिनियम तथा धारा 144 का उल्लंघन करते हुए आज पदयात्रा निकाली है। मीडिया प्रभारी ने बताया कि हिरासत में लिए गए सपा नेता एवं कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।